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के द्वारा प्रकाशित किया गया राजेश मालवीय साथ 0 टिप्पणियाँ)
जैस्मिन पाओलिनी ने डोना वेकिच को रोमांचक मुकाबले में हराकर अपने करियर में पहली बार विंबलडन फाइनल में जगह बनाई है। यह मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद यादगार रहा, जिसमें पाओलिनी ने 2-1 सेटों से जीत दर्ज की।
पहला सेट हारने के बावजूद पाओलिनी ने हौसले के साथ मुकाबला जारी रखा और दूसरे सेट में जबरदस्त प्रदर्शन किया। वेकिच, जो इस मुकाबले में 37वीं वरीयता प्राप्त थीं, ने भी कड़ी टक्कर दी। निर्णायक सेट में, पाओलिनी ने एक सेट और ब्रेक डाउन के बावजूद मुकाबला किया। 4-3 की बढ़त के साथ तोड़ते हुए, वेकिच को आखिरी समय पर पीछे हटने पर मजबूर करना पड़ा।
सेंटर कोर्ट पर प्रशंसकों ने अद्भुत दृश्य देखे जब पाओलिनी ने हर गेंद का पीछा करते हुए और सटीक फोरहैंड शॉट्स लगाते हुए जीत हासिल की। टाई-ब्रेक में, पाओलिनी ने अपनी संयम और कौशल का शानदार प्रदर्शन किया और 10-8 से जीत दर्ज की।
यह देखकर टीम और प्रशंसकों का उत्साह चरम पर था। पाओलिनी का यह सफर इसलिए भी खास है क्योंकि यह उनका पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल होगा, जिसमें वह अब बारबोरा क्रेज्चिकोवा से भिड़ेंगी।
डोना वेकिच की बात करें तो, उन्होंने अपने खेल की गुणवत्ता में सुधार किया और इस वर्ष विंबलडन तक पहुंची। कुछ महीने पहले वेकिच चोटों के चलते टेनिस छोड़ने की सोच रही थीं। लेकिन उनकी मजबूत इच्छाशक्ति और जुनून ने उन्हें प्रेरित किया और इस अद्भुत प्रदर्शन तक पहुंचाया।
मैच के दौरान भी वेकिच ने अपने अनुभव और कौशल का बखूबी प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने प्रशंसकों को निराश नहीं किया और कोर्ट पर उनके हर शॉट पर तालियों की गूंज सुनाई दी।
अब पाओलिनी का मुकाबला बारबोरा क्रेज्चिकोवा से होगा। यह फाइनल मुकाबला निश्चित रूप से दर्शकों के लिए रोमांचक होगा। क्रिकेट प्रेमियों की उम्मीदें अब पाओलिनी पर टिकी हैं, और सभी देखना चाहते हैं कि क्या पाओलिनी अपनी इस मजबूत फॉर्म को बरकरार रखते हुए ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम करेगी?
यह देखना दिलचस्प होगा कि पाओलिनी किस तरह से अपनी रणनीतियों को क्रेज्चिकोवा के खिलाफ मैच में लागू करती हैं। फाइनल मुकाबले का पूरे टेनिस जगत को बेसब्री से इंतजार है।