विधानसभा उपचुनाव परिणाम: 7 राज्यों में 13 सीटों पर विजयी उम्मीदवारों की सूची

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के द्वारा प्रकाशित किया गया राजेश मालवीय साथ 0 टिप्पणियाँ)

विधानसभा उपचुनाव परिणाम: 7 राज्यों में 13 सीटों पर विजयी उम्मीदवारों की सूची

विधानसभा उपचुनाव परिणाम: 7 राज्यों में 13 सीटों पर विजयी उम्मीदवारों की सूची

हाल ही में सम्पन्न हुए विधानसभा उपचुनाव ने भारत के राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण परिणाम दिए हैं। इस उपचुनाव में सात राज्यों की 13 सीटों पर चुनाव हुए, जिनमें से #INDIAbloc ने 10 सीटों पर विजय प्राप्त की है। सबसे प्रमुख परिणाम पश्चिम बंगाल से आए, जहां तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने चारों विधानसभा से सीटों को अपने नाम किया।

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार सुप्ती पांडे, कृष्ण कल्याणी, मुकुट मणि अधिकारी और मधुपर्णा ठाकुर ने शानदार जीत हासिल की। इन उम्मीदवारों की जीत न केवल टीएमसी की लोकप्रियता को दर्शाती है बल्कि राज्य में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व की मजबूती को भी प्रमाणित करती है।

सुप्ती पांडे ने उत्तर 24 परगना जिले की डुमदुम सीट से चुनाव जीतकर एक नया इतिहास रचा। उनकी जीत ने न केवल बीजेपी को एक बड़ा झटका दिया, बल्कि टीएमसी की पकड़ को भी मजबूत किया। कृष्ण कल्याणी ने जीटी रोड की आसनसोल सीट पर अपना कब्जा जमाया।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और युवा नेता अभिषेक बनर्जी ने डायमंड हार्बर सीट से जीत दर्ज की। उनकी जीत भी काफी चर्चा में रही और इसे ममता बनर्जी के मजबूत गढ़ का संकेत माना जा रहा है।

इस उपचुनाव में एक और रोचक पहलू यह था कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी यूसुफ पठान ने टीएमसी के टिकट पर बहारामपुर सीट से जीत दर्ज की। उनकी जीत ने न केवल खेल प्रेमियों को उत्साहित किया, बल्कि राजनीति में नए चेहरे को भी स्थान दिया है।

अन्य राज्यों के परिणाम

अन्य राज्यों के परिणाम

तीन अन्य राज्यों में बीजेपी को करारा झटका लगा है। बीजेपी ने कड़ी प्रतियोगिता में बड़ी मात्रा में सीटें गंवाई हैं, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर उसकी स्थिति कमजोर होती नजर आ रही है।

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों ने दो सीटों पर अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराया। योगी आदित्यनाथ की मजबूत पकड़ वाले इस राज्य में यह परिणाम अप्रत्याशित नहीं था, लेकिन फिर भी विपक्ष के लिए बड़ी राहत की बात है।

मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने एक बार फिर से अपनी स्थिति को मजबूत किया। यहां की दो सीटों में से दोनों पर कांग्रेस ने कब्जा किया और बीजेपी को बाहर कर दिया।

हरियाणा में कांग्रेस ने फिर से अपनी ताकत दिखाई और एक सीट पर जीत हासिल की। यह राज्य भी विशेष ध्यान के केंद्र में रहा जहां राजनीतिक संतुलन अब बदलता नजर आ रहा है।

टीएमसी की बढ़त

टीएमसी की बढ़त

पश्चिम बंगाल में टीएमसी की लगातार विजय ने राज्य की राजनीति में उसे अब तक के सबसे मजबूत बनाता है। 2024 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने 29 सीटें जीतकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया था। अब उपचुनाव में भी उसने अपना दबदबा कायम रखा।

इन चुनाव परिणामों से यह साफ है कि तृणमूल कांग्रेस की लोकप्रियता और ममता बनर्जी का करिश्माई नेतृत्व पश्चिम बंगाल में गहरे जड़ें जमाए हुए हैं। इसके अलावा, टीएमसी अब राष्ट्रीय राजनीति में भी अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रही है, और अन्य राज्यों में उसका प्रदर्शन इसका प्रमाण है।

सारांश

कुल मिलाकर इस विधानसभा उपचुनाव के नतीजे यह दर्शाते हैं कि राजनीति की बदलती हवा में टीएमसी ने अपनी पकड़ बनाए रखी है। #INDIAbloc की इस बड़ी जीत में टीएमसी की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। विपक्षी दलों के लिए यह परिणाम बड़ी चुनौति के रूप में देखा जा रहा है, जबकि बीजेपी के लिए यह आत्ममंथन का समय है।

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