शक्तिकांत दास बने प्रधानमंत्री मोदी के द्वितीय प्रधान सचिव

2

मार्च

के द्वारा प्रकाशित किया गया राजेश मालवीय साथ 0 टिप्पणियाँ)

शक्तिकांत दास बने प्रधानमंत्री मोदी के द्वितीय प्रधान सचिव

मोदी सरकार में शक्तिकांत दास की नई भूमिका

पूर्व आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नए द्वितीय प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है, जो अपने आप में एक अनोखी पहल है। पहली बार, किसी प्रधानमंत्री के पास दो प्रधान सचिव होंगे। मौजूदा प्रधान सचिव पी.के. मिश्रा के साथ दास की यह नियुक्ति 22 फरवरी 2025 को हुई।

दास की नियुक्ति ने भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था दोनों क्षेत्रों में हलचल मचा दी है। 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर के आईएएस अधिकारी दास को देश की बैंकिंग प्रणाली को स्थिर करने और विकास दर को तेज़ी से सुधारने के लिए जाना जाता है। उन्होंने विशेष रूप से नोटबंदी, जीएसटी सुधार, और COVID-19 के आर्थिक प्रभावों के दौरान अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

दास की उपलब्धियाँ और नया दृष्टिकोण

दास की उपलब्धियाँ और नया दृष्टिकोण

आरबीआई में अपने कार्यकाल के दौरान, दास नेमुद्रानी नीति में स्थिरता लाने और बैंकिंग क्षेत्र की स्थिति को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। बैंकिंग प्रणाली में ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (जीएनपीए) को 10.8% से घटाकर 2.8% तक लाना उनकी बड़ी उपलब्धियों में से एक था। उनका अनुभव और दृष्टिकोण अब मोदी को व्यापक आर्थिक नीतियों पर मार्गदर्शन देने में मदद करेगा।

दास की नियुक्ति का एक बड़ा कारण वैश्विक व्यापारिक अस्थिरताओं और घरेलू आर्थिक चुनौतियों के समय मेंनरेंद्र मोदी का आर्थिक सुधारों पर जोर है। यह नियुक्ति इस बात की परिचायक है कि सरकार अर्थव्यवस्था की स्थिरता को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। दास के वित्तीय और मौद्रिक नीतियों में अनुभव को देखते हुए, मोदी की यह रणनीतिक नियुक्ति भारत के विकास पथ को स्थिरता देने में सहायक हो सकती है।

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