आखिरकार UPSC की सिविल सर्विसेज मेन्स परीक्षा 2025 का शेड्यूल पूरा हो गया, और लाखों उम्मीदवार अब परिणाम का इंतज़ार कर रहे हैं। परीक्षा 22 अगस्त से शुरू होकर पाँच दिनों तक चली, और अब सभी प्रश्नपत्र जमा हो चुके हैं। अब सवाल यही बना है – UPSC Mains Result 2025 कब आएगा?
पिछले सालों की प्रवृत्ति और इस साल का अनुमान
प्रीलिम्स परिणाम 11 जून 2025 को घोषित हुआ, और 14,161 उम्मीदवारों ने मेन्स के लिए पात्रता पाई। इस तरह की बड़ी संख्या के बाद, परिणामों की घोषणा की टाइमलाइन से लोगों को काफी संकेत मिलते हैं। आधिकारिक नियमों के अनुसार, मेन्स परीक्षा समाप्त होने के 30 से 45 दिन बाद परिणाम जारी होना है।
पिछले तीन सालों के आँकड़े इस बात की पुष्टि करते हैं:
- 2022 में परिणाम 6 दिसंबर को आया।
- 2023 में परिणाम 8 दिसंबर को प्रकाशित हुआ।
- 2024 में परिणाम 9 दिसंबर को आया।
इन रुझानों को देखते हुए विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 का परिणाम मध्य‑नवंबर से शुरुआती दिसंबर के बीच आ सकता है। कुछ सरकारी अभिव्यक्तियों के अनुसार, UPSC इस साल भी अपने कैलेंडर में थोड़ा बदलाव कर सकता है, इसलिए परिणाम 15 नवंबर से लेकर 5 दिसंबर के बीच घोषित हो सकता है।

परिणाम कैसे देखें और आगे की प्रक्रिया क्या है?
परिणाम की घोषणा होने पर, UPSC आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर PDF फॉर्मेट में अपलोड करेगा। इस दस्तावेज़ में प्रत्येक सफल अभ्यर्थी का रोल नंबर, नाम, प्राप्त अंक और कट‑ऑफ विवरण होगा। उम्मीदवार को अपने रोल नंबर से सीधे उस PDF को खोलना होगा और अपने स्कोर की पुष्टि करनी होगी।
यदि आप मेन्स में पास होते हैं, तो आपको इंटरव्यू या पर्सनालिटी टेस्ट (PPT) के लिए बुलाया जाएगा। इस अंतिम चरण में मुख्यतः उम्मीदवार की व्यक्तित्व, नेतृत्व गुण और मौखिक अभिव्यक्ति की जाँच की जाती है। मेन्स और इंटरव्यू दोनों के संयुक्त स्कोर के आधार पर अंतिम मेरिट लिस्ट बनती है, जिसमें लगभग 180 IAS पदों के लिए उम्मीदवार चुने जाते हैं।
ध्यान देने योग्य कुछ बातें:
- परिणाम PDF में केवल नाम और रोल नंबर नहीं, बल्कि विस्तृत अंक तालिका भी होगी।
- यदि कोई उम्मीदवार के खिलाफ अदालत में केस है, तो उसका परिणाम बाद में प्रकाशित हो सकता है, जैसा कि 2025 के प्रीलिम्स में 4 उम्मीदवारों को रोकने का उल्लेख था।
- इंटरव्यू की तारीखें परिणाम के बाद दो‑तीन हफ्ते में तय की जाती हैं, और उम्मीदवारों को अपने उपलब्ध दस्तावेज़ तैयार रखने चाहिए।
UPSC की इस कठिन परीक्षा में सफलता पाने के लिए न केवल किताबों का ज्ञान, बल्कि विश्लेषणात्मक सोच और स्थिर भावनात्मक संतुलन भी जरूरी है। 2025 की सिविल सर्विसेज़ परीक्षा ने फिर से यह सिद्ध किया कि यह भारत की सबसे कठिन प्रतिस्पर्धी परीक्षा है। अब सबके बस एक ही चीज़ बची है – परिणाम का इंतज़ार और फिर आगे के चरणों की तैयारी।