रिलायंस इंडस्ट्रीज – भारत की प्रमुख बहु‑राशि वाली कंपनी

When working with रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारत की सबसे बड़ी निजी समूह, जो ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल, रिटेल और डिजिटल क्षेत्रों में सक्रिय है. Also known as Reliance, it has transformed the Indian economy over the last few decades.

One of its core pillars is ऊर्जा, भारी मात्रा में तेल, गैस और नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में निवेश. Energy fuels the group's revenue, and its offshore drilling platforms are among the most productive in Asia. Alongside, the पेट्रोकेमिकल, रसायन उद्योग में वैक्सीनी, पॉलिमर और प्लास्टिक उत्पादन segment supplies raw material to dozens of Indian manufacturers, keeping local supply chains resilient.

Digital services have become another growth engine. Through जियो, रिलायंस की टेलीकॉम ब्रांड, जो 4G/5G नेटवर्क और कई OTT ऐप्स चलाती है, the group touches more than a hundred million smartphone users. This digital ecosystem links to रिटेल operations, where Reliance Retail runs supermarkets, fashion stores, and online grocery platforms, creating a seamless offline‑online experience for consumers across the country.

मुख्य संबंध और बाजार में प्रभाव

रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत के स्टॉक मार्केट में Nifty 50, मुख्य शेयर सूचकांक, जिसमें इस कंपनी के शेयर प्रमुख भूमिका निभाते हैं के मुख्य घटकों में से एक है। इस कारण, जब भी ऊर्जा कीमतों में उतार‑चढ़ाव होता है, या जब डिजिटल विज्ञापनों की माँग बढ़ती‑घटती है, तो रिलायंस के शेयर तेज़ी से प्रतिक्रिया देते हैं। इसी तरह, सोने‑चांदी (MCX) की कीमतें और बैंकों की नफ़ा‑हानि भी इस समूह के बैंकरिंग व फाइनेंस डिवीजन को प्रभावित करती हैं।

जियो के विस्तार ने टेली‑कन्टेंट बाजार में नया गतिशीलता लाई, जिससे कई OTT प्लेटफ़ॉर्म को प्रतिस्पर्धी माहौल मिल गया। रिटेल शाखा ने छोटे‑शहरों में भी बड़े‑सुपरमार्केट लगाए, जिससे स्थानीय उपभोक्ताओं को बेहतर कीमतों पर वस्तुएँ मिल रही हैं। पेट्रोकेमिकल इकाई ने पर्यावरण‑अनुकूल प्लास्टिक बनाने के लिए नई तकनीक अपनाई, जिससे भारत के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) में सहयोग मिला।

इन सभी गतिविधियों के बीच, कंपनी को सरकारी नीतियों, वैश्विक तेल कीमतों और डिजिटल नियामक बदलावों का सतत निगरानी करनी पड़ती है। इस कारण, रिलायंस की प्रबंधन टीम अक्सर आर्थिक विशेषज्ञों, बाजार विश्लेषकों और नीति निर्माताओं के साथ बातचीत करती है, ताकि रणनीतिक निर्णय सही दिशा में हों। यह गतिशीलता ही इस समूह को हमारे समय की सबसे तेज़ी से बढ़ती कंपनियों में से एक बनाती है।

अब नीचे आप विभिन्न लेख, अपडेट और विश्लेषण देख पाएँगे – जैसे करवा चौथ पर सोने‑चांदी की कीमतें, Nifty 50 की दिन‑प्रतिदिन की चाल, और जियो की नई 5G योजनाएँ। इन पोस्टों से आपको रिलायंस के विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में गहराई से समझ मिलेगी, साथ ही यह भी पता चलेगा कि कैसे इस समूह का हर कदम राष्ट्रीय आर्थिक परिदृश्य को प्रभावित करता है। आगे की सूची में आप नवीनतम समाचार, विश्लेषण और विशेषज्ञ राय पाएँगे, जो आपके निवेश, व्यापार या रोज़मर्रा के उपयोग के लिए उपयोगी हो सकते हैं।

14

अक्तू॰

रिलायंस इंडस्ट्रीज Q2 FY25 परिणाम: मुनाफे में 5% की गिरावट, आय में 1% की वृद्धि

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में अपने समेकित शुद्ध मुनाफे में 4.78% की गिरावट दर्ज की है। इस अवधि के लिए कंपनी का शुद्ध मुनाफा 16,563 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 17,394 करोड़ रुपये था। हालांकि, कंपनी की कुल आय में 0.65% की मामूली वृद्धि हुई है, जो 2,40,357 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।

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