When working with मेडिकल प्रवेश परीक्षा, भारत में डॉक्टर बनने के लिए आयोजित प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं का समूह. Also known as मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट, it determines eligibility for undergraduate medical programmes across the country.
यदि आप मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी में हैं, तो सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि ये परीक्षाएँ कौन‑कौन से घटकों पर आधारित हैं और किस तरह के कौशल की मांग करती हैं। मुख्य रूप से NEET, नॅशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट, जिसमें फिजिक्स, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान शामिल हैं को भारत में सबसे बड़ी मेडिकल एंट्री परीक्षा माना जाता है। इसके बाद AIIMS, ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंट्रेंस परीक्षा, जो उच्च स्तर की समस्याओं और तेज़ रीडिंग स्किल्स की मांग करती है आती है, जबकि JIPMER, जवाहरलाल इंस्टिट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंट्रेंस टेस्ट, जो क्लिनिकल एप्लिकेशन पर अधिक फोकस रखती है उत्तर दक्षिण में अलग‑अलग पैटर्न रखती है। ये तीनों परीक्षाएँ मेडिकल कॉलेज, भारत के विभिन्न राज्य एवं केंद्रीय मेडिकल संस्थान जहाँ प्रवेश के बाद बाचलर ऑफ मेडिसिन (MBBS) पढ़ाई शुरू होती है में प्रवेश का द्वार खोलती हैं।
NEET में 180 प्रश्न होते हैं, 4 मार्क प्रत्येक, कुल 720 अंक। यहाँ समय प्रबंधन और संकल्पनात्मक स्पष्टता सबसे बड़ा कारक है। AIIMS में 200 प्रश्न, 4 मार्क प्रत्येक, पर प्रश्नों की कठिनाई स्तर अधिक है और अक्सर गणितीय एप्लिकेशन की माँग की जाती है। JIPMER की 200 प्रश्न वाली परीक्षा में अलग‑अलग सेक्शन होते हैं, जिसमें लाइफ साइंसेज के अलावा जैव‑मैडिकल एप्लिकेशन का भी परख किया जाता है। इन तीनों में बायोलॉजी का वजन सबसे अधिक है, इसलिए जीवविज्ञान के नोट्स को संक्षिप्त और व्यवस्थित रखना आवश्यक है।
इन परीक्षाओं की तैयारी में स्टडी प्लान, समय‑सारणीबद्ध अध्ययन कार्यक्रम जिसमें रोज़ाना के टॉपिक और लक्ष्य निर्धारित होते हैं बनाना प्राथमिक कदम है। एक प्रभावी प्लान में तीन मुख्य घटक होते हैं: (1) सिलेबस के अनुसार विषय‑विधान, (2) नियमित मॉक टेस्ट और (3) त्रुटि‑विश्लेषण। मॉक टेस्ट लेने से वास्तविक परीक्षा के माहौल की अभ्यस्तता मिलती है और त्रुटि‑विश्लेषण से कमजोर हिस्सों की पहचान आसान हो जाती है।
जब आप स्टडी प्लान बना रहे हों, तो रिवीजन स्ट्रैटेजी, पिछले महीने के पढ़े हुए टॉपिक्स को दोहराने की विधि, अक्सर 30‑40% समय तक रखी जानी चाहिए को न भूलें। यह रणनीति स्मृति को स्थायी बनाती है, विशेषकर फिजिक्स और रसायन विज्ञान जैसे अवधारणात्मक विषयों में। साथ ही, प्रैक्टिस क्वेश्चन बैंक, सभी प्रमुख जर्नल और प्रतियोगी परीक्षा संस्थानों द्वारा प्रदान किए गए प्रश्न संग्रह का उपयोग करें। इससे परीक्षा के पैटर्न की प्रवृत्ति समझ में आती है और तेज़ी से उत्तर लिखना सीखते हैं।
कोई भी तैयारी त्याग्य नहीं होती जब तक आप स्वस्थ जीवनशैली अपनाते नहीं। पर्याप्त नींद, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम मन को ताज़ा रखते हैं, जिससे लंबी पढ़ाई के दौरान ध्यान बना रहता है। इस बात को ध्यान में रखें कि परीक्षा सिर्फ ज्ञान नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता भी परखती है।
इन सभी टिप्स को मिलाकर आप सफलता की राह, NEET, AIIMS या JIPMER में टॉप रैंक हासिल करने की दिशा तय कर सकते हैं। नीचे दिए गए लेखों में आप नई परीक्षा सूचना, पिछले सालों के पेपर विश्लेषण, टॉप कोचिंग संस्थानों की रैंकिंग और प्रभावी नोट‑टेकिंग के उदाहरण पाएँगे। ये जानकारी आपको अपने लक्ष्य के करीब ले जाएगी और संभवतः आपके सपनों के मेडिकल कॉलेज में प्रवेश दिलाएगी।
अब आप इस पेज पर उपलब्ध विभिन्न लेखों को पढ़कर अपने तैयारी में आवश्यक कदम उठा सकते हैं; प्रत्येक लेख एक अलग पहलू को कवर करता है, चाहे वह नवीनतम परीक्षा शेड्यूल हो या प्रैक्टिस सेट्स। चलिए, आगे बढ़ते हैं और देखें कि आपके लिए कौन‑सा संसाधन सबसे उपयोगी है।
के द्वारा प्रकाशित किया गया Amit Bhat Sarang साथ 0 टिप्पणियाँ)
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद NEET UG 2024 के शहर और केंद्र-वार परिणाम आज, 20 जुलाई 2024 को जारी किए हैं। परिणाम neet.ntaonline.in पर उपलब्ध हैं और उम्मीदवारों के अंकों को डमी रोल नंबर के साथ प्रकाशित किया गया है। परीक्षा 5 मई 2024 को आयोजित की गई थी। अब 22 जुलाई 2024 को सुप्रीम कोर्ट इस मामले में आगे सुनवाई करेगा।
और देखें