जब कुंभ मेला, प्राचीन हिन्दू तीर्थ में हर 12 साल में दो बार आयोजित होने वाला विश्व‑प्रसिद्ध स्नान समारोह है. Also known as कुंभ यात्रा, it brings millions of pilgrims to cleanse body and soul.
इस महान कार्यक्रम का अहम् भाग संकरी, कुंभ के समय गंगा, यमुना और सभ्यनाथ में विशेष नदियों का तीव्र प्रवाह है, जो स्नान को आध्यात्मिक शक्ति देता है। साथ ही अष्टकुंभ, सिर्फ चार प्रमुख कुंभों में से एक, जहाँ आठ बार स्नान का अवसर मिलता है को भी इस समारोह में विशेष मान्यता मिलती है। दोनों तत्व मिलकर कुंभ मेला को अनूठा बनाते हैं और आशियाना, त्रिपुरा, काशी एवं हरिद्वार जैसे चार प्रमुख शहरों में क्रमशः आयोजित होते हैं।
कुंभ मेला केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आर्थिक एवं सामाजिक परिवर्तन का बड़ा मंच भी है। हर बार जब जल‑तथ्यां के अनुसार स्नान होते हैं, तो स्थानीय व्यापार, होटल, परिवहन और खान‑पान क्षेत्रों में धूम मचती है। इसके साथ ही, सोना‑चांदी जैसे मूल्यवान धातुओं की मांग में तीव्र उछाल आता है—हालिया बाजार रिपोर्ट बताती है कि कुंभ के दौरान धातु के दाम में 5‑10% तक वृद्धि देखी गई है। इस कारण निवेशकों और व्यापारियों को भी इस महा‑तीर्थ के वित्तीय पहलू को समझना आवश्यक है।
संस्कृति के दृष्टिकोण से, कुंभ में धार्मिक आरती, बिस्तर‑करन और स्थानीय संगीत का जादू हर किसी को आकर्षित करता है। युवा पीढ़ी भी सामाजिक मीडिया पर अपने अनुभव साझा करती है, जिससे इस त्यौहार की लोकप्रियता और भी बढ़ती है। इस तरह, कुंभ मेला आध्यात्मिक शुद्धि, सांस्कृतिक समागम और आर्थिक अवसर के तीनों पहलुओं को जोड़ता है, जिससे यह केवल एक आध्यात्मिक यात्रा से कहीं आगे बढ़कर एक समग्र सामाजिक घटना बन जाता है।
नीचे आप हमारे द्वारा क्यूरेट किए गए लेख देखेंगे—जिनमें कुंभ मेला के इतिहास, प्रमुख दिन‑बिन्दु, यात्रा की तैयारी और आर्थिक प्रभावों की विस्तृत जानकारी है। पढ़ते‑पढ़ते आप इस महा‑तीर्थ की पूरी तस्वीर बना पाएँगे।
के द्वारा प्रकाशित किया गया Amit Bhat Sarang साथ 0 टिप्पणियाँ)
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी 2025 की रात को हुई भगदड़ में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि क्रॉस प्लेटफॉर्म अनाउंसमेंट की वजह से भीड़ बेकाबू हो गई। धक्का-मुक्की में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया और रेलवे मंत्री ने जांच का आश्वासन दिया। विपक्ष ने इसे सरकार की लापरवाही करार दिया।
और देखें