स्मृति मंधाना ने IND vs PAK महिला T20 एशिया कप मैच के बाद विशेष फैन को दिया फोन, दिल छू लेने वाला क्षण

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के द्वारा प्रकाशित किया गया राजेश मालवीय साथ 0 टिप्पणियाँ)

स्मृति मंधाना ने IND vs PAK महिला T20 एशिया कप मैच के बाद विशेष फैन को दिया फोन, दिल छू लेने वाला क्षण

स्मृति मंधाना का दिल को छू लेने वाला उलाहना

भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में खेले गए महिला T20 एशिया कप मैच में भारतीय क्रिकेटर स्मृति मंधाना ने अपनी करुणा और मानवता का अद्भुत प्रदर्शन किया। यह घटना उस समय की है जब मंधाना ने श्रीलंका की एक युवा फैन अदीशा हेराथ को एक मोबाइल फोन भेंट किया। अदीशा हेराथ, जो व्हीलचेयर पर निर्भर हैं, इस उपहार को पाकर खुशी से झूम उठीं।

यह सुंदर दृश्य एक वीडियो में कैद हो गया, जिसे श्रीलंका क्रिकेट के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल द्वारा साझा किया गया। वीडियो में स्मृति मंधाना का अद्भुत इंसानियत भरा भाव देखा जा सकता है जब उन्होंने अदीशा को फोन दिया। अदीशा की मां ने इसनेपीयाज के पलों के बारे में बताते हुए कहा कि अचानक मैच देखने का निर्णय उनके लिए लाइफटाइम की खुशनुमा याद बन गया। उन्होंने मंधाना का आभार जताते हुए कहा कि इस मुलाकात ने उनकी बेटी की जिंदगी में एक नई उम्मीद भर दी।

फैंस और फॉलोवर्स की तारीफें

स्मृति मंधाना का यह क़दम उनकी फैंस और फॉलोवर्स के बीच तुरंत वायरल हो गया। सभी ने मंधाना की मानवता और करुणा की सराहना की और सोशल मीडिया पर उनकी जमकर तारीफ की।

स्मृति मंधाना का यह प्यार और समर्थन देखकर उनके फैंस ने भी उन्हें बधाई दी, और इसने उनके एक अद्भुत क्रिकेटर ही नहीं बल्कि एक अच्छे इंसान होने का भी प्रमाण दिया।

मैच के बाद, मंधाना ने अपने विचार साझा किए और कहा कि उन्हें खुशी है कि वह अदीशा को खुश कर पाईं और ऐसा करना उनके लिए भी एक सुखद अनुभव था। उन्होंने अपने फॉलोवर्स और फैंस को भी प्रेरित किया कि वे भी जरूरतमंदों की मदद करने के लिए अपने समाज में योगदान दें।

मां के शब्दों में अदिशा की खुशी

अदीशा की मां ने बताया कि घर से बाहर निकल कर इस मैच को देखना उनके लिए एक असाधारण अनुभव था। उन्होंने कहा कि, “हमने सोचा नहीं था कि मंधाना हमें पहचानेंगी या बात करेंगी, लेकिन उन्होंने हमारी बेटी के चेहरे पर जो खुशी लाई, वह वर्णन से परे है।”

श्रीलंका क्रिकेट ने भी इस मुलाकात और मंधाना की करुणा की सराहना की। इस मुलाकात ने यह साबित कर दिया कि खिलाड़ी न सिर्फ मैदान पर बल्कि मैदान के बाहर भी एक उदाहरण प्रस्तुत कर सकते हैं।

ऐसे क्षण खेल जगत के लिए अभूतपूर्व

ऐसे क्षण खेल जगत के लिए अभूतपूर्व

इस प्रकार के क्षण खेल जगत के लिए वास्तव में अभूतपूर्व होते हैं और यह दिखाते हैं कि कैसे खेल एक साथ बंधने और दिलों को जोड़ने का काम करता है। स्मृति मंधाना के इस क़दम ने सिर्फ अदीशा की जिंदगी में खुशियां ही नहीं भरी बल्कि यह साबित कर दिया कि भावनाओं का उपहार सबसे उत्कृष्ट होता है।

अदीशा जैसी विशेष फैंस के लिए यह एक स्वप्न समान था, जिसने उनके जीवन में एक नया उल्लास भर दिया।

मेहनत और दरियादिली का मेल

स्मृति मंधाना अपनी कड़ी मेहनत और दरियादिली के बल पर आज जहां हैं, वह हर किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने यह भी प्रमाणित कर दिया है कि खिलाड़ी केवल अपने खेल के लिए नहीं बल्कि अपने विशाल दिल के लिए भी जाने जाते हैं।

आने वाले समय में ऐसे और भी उदाहरणों की प्रेरणा लेते हुए नए खिलाड़ीयों और फैंस के बीच एक नई स्फूर्ति और उत्साह के साथ हम देख सकते हैं कि कैसे खेल केवल प्रतिस्पर्धा का माध्यम नहीं बल्कि भावनाओं और समुदाय को जोड़ने का एक साधन भी है। स्मृति मंधाना का यह क़दम हमेशा याद रहेगा और खेल प्रेमियों के दिलों में हमेशा के लिए बस जाएगा।

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