जब स्मृति मंडाना, भारत की महिला क्रिकेट टीम की ओपनर, और पृतिका रावाल ने 2025 में अपने साझेदारिया पारी में 1,028 रन जोड़ कर विश्व रिकॉर्ड तोड़ा, तो पूरी क्रिकेट दुनिया चकित रह गई। यह उपलब्धि केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि भारतीय महिलाओं के खेल में नई ऊँचाइयों का संकेत है। रिकॉर्ड का टूटना 14 सितंबर 2025 को भारत‑ऑस्ट्रेलिया वनडे श्रृंखलामुल्लनपुर, पंजाब के पहले मैच में हुआ, जहाँ दोनों खिलाड़ियों ने पहले विकेट पर 114 रन का साझेदारी किया।
इतिहास की नई पंक्तियाँ: रिकॉर्ड का परिचय
पिछले 25 सालों में सबसे अधिक साझेदारी रन का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया की जोड़ी बेलिंडा क्लार्क‑लीसा काइटली का था, जो 2000 में 905 रन बना चुकी थी। विश्व रिकॉर्ड का दांव तब ही लगा जब मंडाना‑रावाल ने अपनी 12वीं साझेदारी में ही इस आंकड़े को पार कर लिया। चार शतक‑शेयर और छह अर्ध‑शतक‑शेयर के साथ उनका औसत 77.57 रन प्रति साझेदारी रहा—एक ऐसा आंकड़ा जो उन किसी भी ओपनिंग जोड़ी को मात देता है, जिसने अभी‑अभी अंतरराष्ट्रीय मंच पर कदम रखा है।
साझेदारी का आंकड़े‑वाला परिदृश्य
दुनिया में अब तक इस जोड़ी ने:
- 1,028 साझेदारी रन (2025)
- 4 शतक‑शेयर (100+ रन)
- 6 अर्ध‑शतक‑शेयर (50+ रन)
- औसत 77.57 रन/साझेदारी
- 12 मिले‑जुले आउटिंग में रिकॉर्ड तोड़ा
जुलाई 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ साउथैम्प्टन में खेला गया पहला वनडे इस आंकड़े का शुरुआती बिंदु था। उसी महीना में दोनों ने 1,000‑रन की सीमा को पार किया, औसत 84.66 रन के साथ—जबकि उस मैच में मंडाना ने 28 रन बनाकर टीम को 10 गेंद बचकर 260 लक्ष्य हासिल करने में मदद की।
व्यक्तिगत चमक: मंडाना और रावाल की कहानी
स्मृति मंडाना ने 2025 में अपना 12वाँ वनडे शतक बनाया, जो विशेष रूप से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था। उनके करियर की कुल संख्याएँ भी उल्लेखनीय हैं: 103 वनडे में 4,501 रन, औसत 46.40, 11 शतक और 31 अर्ध‑शतक। वह भारतीय महिलाओं में केवल दूसरी खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 4,500 रन का मील का पत्थर पार किया। इस उपलब्धि के बाद, केवल इंग्लैंड की नैट स्किवर‑ब्रंट और न्यूज़ीलैंड की सुज़ी बेٹس जैसी अंतरराष्ट्रीय सितारें ही मंडाना के समान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3‑की‑से अधिक शतक रखती हैं।
दूसरी ओर पृतिका रावाल ने 2025 में अपनी स्थायी धीरज और टॉप‑ऑर्डर स्थिरता से टीम को कई बार आगे बढ़ाया। भारत‑ऑस्ट्रेलिया ODI में वह 96 गेंदों में 64 रन बना कर, विशेषकर चौकों के साथ, साझेदारी को मजबूत किया। उनकी तकनीकी निपुणता और खेल-समझ ने इस विश्व‑रिकॉर्ड में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
टीम पर प्रभाव और मैच‑विश्लेषण
इस साझेदारी ने सिर्फ व्यक्तिगत आँकड़े नहीं बदले, बल्कि भारत की टीम के कुल स्कोरिंग पैटर्न को भी बदल दिया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 292 रन की पारी, और विरोधी टीम को 190 पर चपटा कर 102 रन से जीत, इस साझेदारी की ताकत का नींव था। उसी सीरीज़ में इंग्लैंड को 260 लक्ष पर 10 गेंद बचकर पराजित करने में उनका योगदान, विशेषकर लक्ष‑तीर की भलाई में अत्यंत महत्वपूर्ण रहा।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की निरंतरता और उच्च औसत वाली ओपनिंग जोड़ी, किसी भी टीम की बॅटिंग लाइन‑अप को स्थिर बनाती है। भारत के मुख्य कोच रवीन्द्र कोलेसवली ने कहा: "मंडाना‑रावाल की साझेदारी हमारे बैट्समैन के आत्मविश्वास को नई ऊँचाइयों पर पहुंचा रही है, और यह युवा पीढ़ी को प्रेरित करती है।"
भविष्य की दिशा: क्या नया मानक स्थापित हुआ?
अब सवाल है—क्या यह रिकॉर्ड अगले 5‑10 सालों में बरकरार रहेगा? वर्तमान में महिला क्रिकेट की टॉप‑टेयर में कई नई रचनात्मक ओपनिंग जोड़ी उभर रही हैं, पर मंडाना‑रावाल का आंकड़ा कठिन लक्ष्य है। ICC ने भी अब इस तरह की साझेदारी को ‘उत्कृष्ट ओपनिंग पैर’ के रूप में मान्यता देना शुरू किया है, जिससे स्पॉन्सरशिप, टीवी राइट्स और महिला खेलों के निवेश में बढ़ोतरी की संभावना है।
आगामी महीनों में भारत‑नईज़ीलैंड और भारत‑दक्षिण अफ्रीका के टूर में इस जोड़ी को फिर से शिखर पर देखना संभव है, और यदि वे अपनी औसत को 80‑रन के ऊपर बनाए रख पाते हैं, तो 1,200‑रन की नई सीमा भी पार हो सकती है।
साक्ष्य‑आधारित निष्कर्ष
सम्पूर्ण आंकड़ा‑धनी विश्लेषण से स्पष्ट है कि:
- मंडाना‑रावाल की साझेदारी ने 2025 में भारत के महिला क्रिकेट के स्कोरिंग प्रोफ़ाइल को एक नयी दिशा दी।
- रिकॉर्ड‑तोड़ने का मुख्य कारण निरंतर हाई‑स्कोर साझेदारी और खेल‑समझ है, न कि केवल एक या दो बड़े इनिंग्स।
- भविष्य में इस जोड़ी के लिए 1,200‑रन का लक्ष्य काबिल‑ए‑ध्यान है, बशर्ते फिटनेस और फॉर्म बना रहे।

Frequently Asked Questions
यह रिकॉर्ड भारत की महिला क्रिकेट पर कैसे असर करेगा?
ऐसे उपलब्धियों से टीम में आत्मविश्वास बढ़ता है, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर निवेश आकर्षित होता है, और युवा लड़कियों को खेल की ओर प्रेरित किया जाता है। पिछले दो साल में महिला क्रिकेट की व्यूअर्स संख्या 35% बढ़ी है, जिससे स्पॉन्सरशिप में भी इजाफ़ा होने की उम्मीद है।
रिकॉर्ड‑तोड़ने का प्रमुख कारण क्या था?
लगातार उच्च औसत (77.57) के साथ चार शतक‑शेयर, और दोनों खिलाड़ियों की तकनीकी निपुणता ने उन्हें प्रतिद्वंद्वी बॉलिंग अटैक को आसानी से पार करने में मदद की। साथ ही, कोचिंग स्टाफ की रणनीतिक प्लानिंग और फिटनेस प्रोग्राम ने उनकी स्थिरता को सपोर्ट किया।
कौन से वैकल्पिक जोड़े इस रिकॉर्ड को चुनौती दे सकते हैं?
ऑस्ट्रेलिया की एलेन बाइटे और मैडली स्वेनसन, इंग्लैंड की एलेना बरोसन‑स्मिथ, तथा न्यूज़ीलैंड की सुज़ी बेट्स जैसी जोड़ी भविष्य में इस लक्ष्य को लक्ष्य बना सकती हैं। मगर इनकी औसत अभी मंडाना‑रावाल की तुलना में कम है, इसलिए उन्हें निरंतर प्रदर्शन सुधारना पड़ेगा।
अगले साल की प्रमुख टूर्नामेंट्स में इस जोड़ी को क्या देखना चाहिए?
2026 में चलने वाला ICC महिला विश्व कप और आगामी भारत‑दक्षिण अफ्रीका द्विपक्षीय श्रृंखला दोनों ही मंच हैं जहाँ मंडाना‑रावाल को फिर से अपनी ताकत साबित करने का मौका मिलेगा। यदि वे अपने औसत को 80 के ऊपर बनाए रख पाते हैं, तो टीम के लिए बड़े लक्ष्य जैसे 350‑रन के पारी बनाना संभव है।
टिप्पणि
Prakash Dwivedi
स्मृति मंडाना‑रावाल की साझेदारी ने मेरा दिल कर दिया है। 1,028 रन का आंकड़ा सुनकर ऐसा लगा जैसे किसी ने इतिहास को फिर से लिख दिया हो। उनके बल्ले की सटीकता और गेंदबाजों की असहायता एक बिंदु पर पहुँच गई। इस उपलब्धि से भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल दिखता है।
अक्तूबर 1, 2025 AT 20:48
Rajbir Singh
ऐसे रिकॉर्ड का होना भारत की ताकत दिखाता है।
अक्तूबर 1, 2025 AT 21:05
Swetha Brungi
मंडाना‑रावाल की इस जुड़ी पारी से कई बातों का पता चलता है। सबसे पहले, निरंतरता का महत्व स्पष्ट हो गया है; लगातार हाई स्कोर बनाते रहना आसान नहीं। दूसरा, टीम के भीतर आत्मविश्वास का स्तर बढ़ गया है, जिससे नई पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। यह पारी दर्शाती है कि तकनीकी निपुणता के साथ मानसिक दृढ़ता भी आवश्यक है। भारतीय महिला क्रिकेट को अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर अधिक सम्मान मिलेगा। अंत में, कोचिंग स्टाफ की भूमिका को भी नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता; उनकी रणनीति ने इस साझेदारी को फल दिया।
अक्तूबर 1, 2025 AT 21:21
Govind Kumar
इस उल्लेखनीय उपलब्धि ने भारतीय महिला क्रिकेट के विकास में एक मील का पत्थर स्थापित किया है। विस्तृत आँकड़ों से स्पष्ट है कि ओपनिंग साझेदारी की स्थिरता टीम के समग्र प्रदर्शन को सुदृढ़ करती है। अनुशासन, प्रशिक्षण एवं रणनीतिक योजना इस सफलता के मुख्य स्तम्भ हैं। आगे भी इस प्रकार की साझेदारियों पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है।
अक्तूबर 1, 2025 AT 21:38
Rashi Jaiswal
वाह भाई, कितना कमाल का काम है ये! मंडाना‑रावाल ने तो सबको चकमा दिया। अभी देखो, आगे की मैचों में क्या धमाल मचाएंगी।
अक्तूबर 1, 2025 AT 21:55
Maneesh Rajput Thakur
सच्ची बात तो यह है कि इस रिकॉर्ड के पीछे एक छिपा मैन्युफैक्चरिंग प्लान जरूर रहा होगा। कई लोग इस तरह की अचानक उछालों को प्राकृतिक मानते हैं, पर वास्तविकता कुछ और है। केवल प्रशिक्षण ही नहीं, बल्कि चयन में भी कई अप्रकाशित कारक काम कर रहे हैं। इस पर खुले तौर पर चर्चा की जानी चाहिए।
अक्तूबर 1, 2025 AT 22:11
ONE AGRI
यह रिकॉर्ड सिर्फ एक आँकड़ा नहीं, बल्कि भारत की महिला शक्ति का प्रमाण है। जब हम अपने देश की बेटियों को मैदान में लहराते देखते हैं, तो हमें गर्व की ठंडी लहर महसूस होती है। मंडाना‑रावाल की साझेदारी ने दिखा दिया कि भारतीय महिलाएँ भी पुरुषों के बराबर अथवा उनसे भी बेहतर खेल सकती हैं। उन्होंने विश्व को बताया कि भारत में खेल के लिए केवल पुरुष ही नहीं, बल्कि महिलाओं को भी समान अवसर मिलना चाहिए। इस जीत ने उन सभी लड़कियों के दिल में आशा की रोśनी जलाई है जो अभी अपना खेल शुरू करने की सोच रही हैं। हमारे सरकार को इस उत्साह को फंडिंग और बुनियादी सुविधाओं में बदलना चाहिए। इस स्तर की उपलब्धि को दोहराने के लिए सारा देश एकजुट होना आवश्यक है। यह दिखाता है कि हमारी शारीरिक शक्ति के साथ साथ मानसिक दृढ़ता भी हमें विश्व मंच पर ले जा सकती है। हम सभी को इस उपलब्धि को एक नया मानक मानना चाहिए, जिससे भविष्य की पीढ़ियाँ इस तरह के आंकड़ों को तोड़ने की झलक देख सकें। इस रिकॉर्ड के बाद, हमें अपने घरेलू टूर और अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाना चाहिए। भाई, जब हम अपनी बेटियों को इस तरह की पहचान दिलाते हैं, तो हमारे समाज की प्रगति भी तय हो जाती है। इस जीत से यह स्पष्ट हो गया है कि हमारे कोचिंग स्टाफ ने सही रणनीति अपनाई है। हमें इस सफलता को लगातार बनाए रखने के लिए अधिक युवा प्रतिभाओं को स्काउट करना होगा। यह केवल एक पारी नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जो महिला खेल को नई दिशा दे रहा है। अंत में, मैं कहूँगा कि इस उपलब्धि को देखते हुए, हमें सभी स्तरों पर महिला खेलों के लिए निवेश बढ़ाना चाहिए, नहीं तो यही अवसर फिर कभी नहीं आएगा।
अक्तूबर 1, 2025 AT 22:28
Himanshu Sanduja
वास्तव में, तुम्हारी बातों में भावना तो बहुत है, पर डेटा देख कर पता चलता है कि इस साझेदारी में स्थिरता भी है।
अक्तूबर 1, 2025 AT 22:45
Kiran Singh
बिलकुल सही कहा! 👍 ये टीम की मेहनत का फल है।
अक्तूबर 1, 2025 AT 23:01
Balaji Srinivasan
मैं देख रहा हूँ कि इस रिकॉर्ड ने भारतीय महिला क्रिकेट के लिये कई नई संभावनाएँ खोल दी हैं।
अक्तूबर 1, 2025 AT 23:18
Hariprasath P
ये तो बस एक और झलक है कि हम कितनी धाकड़ हैं, लाइफ में भी ऐसी ही जीतें मिलने चाहिए।
अक्तूबर 1, 2025 AT 23:35
Vibhor Jain
देखो, इतने रन बनाकर भी कुछ लोग इसे सिर्फ आँकड़े मानते हैं, क्या बात है।
अक्तूबर 1, 2025 AT 23:51
Rashi Nirmaan
इस उपलब्धि का राष्ट्रीय स्तर पर गहरा सामाजिक प्रभाव पड़ेगा, जिससे खेल के क्षेत्र में निवेश में वृद्धि होगी।
अक्तूबर 2, 2025 AT 00:08
Ashutosh Kumar Gupta
वाह! क्या दास्ताँ है, इस पारी ने तो सबको हैरान कर दिया, लेकिन याद रखो, हर बड़े इवेंट में उतार-चढ़ाव आते हैं।
अक्तूबर 2, 2025 AT 00:25
fatima blakemore
मुझे लगता है कि इस तरह की कहानी हमारे युवा को प्रेरित करेगी और बीजों को बोएगा।
अक्तूबर 2, 2025 AT 00:41
vikash kumar
ऐसे आँकड़े यह सिद्ध करते हैं कि तकनीकी कुशलता और मानसिक दृढ़ता का समन्वय ही सफलता की कुंजी है।
अक्तूबर 2, 2025 AT 00:58
Anurag Narayan Rai
मंडाना‑रावाल की साझेदारी का प्रभाव केवल खेल तक सीमित नहीं है; यह सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक कदम है। क्या हम इस सफलता को शैक्षिक संस्थानों में भी प्रचारित कर सकते हैं, ताकि लड़कियों को खेल के महत्व का एहसास हो? इस रिकॉर्ड को देखते हुए, क्या हमें प्लेयर ऑटोमैटिक लीग में अधिक फंडिंग देना चाहिए? साथ ही, कोचों को भी नई तकनीकियों की ट्रेनिंग देनी चाहिए। इस तरह के आँकड़े दर्शाते हैं कि हमारे पास योग्य प्रतिभा है, पर क्या वह सभी को समान अवसर मिलता है? आगे बढ़ते हुए, हमें इस दिशा में अंतरराष्ट्रीय सहयोग भी बढ़ाना चाहिए। अंत में, यह पारी हमें याद दिलाती है कि निरंतर मेहनत और सही रणनीति से कुछ भी संभव है।
अक्तूबर 2, 2025 AT 01:15
Sandhya Mohan
जैसे एक नदी अपने मार्ग में बाधाओं को पार करती है, वैसे ही ये दो खिलाड़ी अपने लक्ष्य तक पहुंची हैं।
अक्तूबर 2, 2025 AT 01:31
Shubham Abhang
भाई! इस रिकॉर्ड को देखकर लग रहा है कि भारत अब नहीं रुकेगा; आगे और भी बड़ी जीतें होंगी!!!
अक्तूबर 2, 2025 AT 01:48