रावलपिंडी टेस्ट का दूसरा मुकाबला 22 अक्टूबर 2025 को रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में शुरू हुआ। पाकिस्तान की पहली पारी 333 रनों पर सिमट गई, जहाँ केशव महाराज ने सात विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका की स्पिन कॉलम को धूमिल कर दिया। इस दौरान इमाम‑उल‑हक ने 93 रन और कप्तान शान मसूद ने 76 रन की साझेदारी बनाई, परन्तु उनका सत्र तेज़ी से समाप्त हुआ। जवाबी पारी में ट्रिस्टन स्टब्स और टोनी डि ज़ोर्ज़ी ने बेहतरीन साझेदारी का निर्माण किया, जिससे दक्षिण अफ्रीका का दांव मजबूत हो गया।
पृष्ठभूमि और शुरुआती स्थिति
2025‑26 की दक्षिण अफ्रीका टूर ऑफ़ पाकिस्तान की श्रृंखला में यह दूसरा टेस्ट था। पहला टेस्ट, पाकिस्तान बनाम साउथ अफ्रीका – पहला टेस्टकराची, पाकिस्तान के लिए निराशाजनक रहा; उन्होंने 313/5 पर पहले दिन का संतोषजनक स्कोर बनाया पर बाद में विकेटों की लय बिगड़ गई। इस पृष्ठभूमि ने दोनों टीमों में तनावभरी प्रतिस्पर्धा को जन्म दिया, जहाँ दोनों पक्ष पहले ही एक‑दूसरे को पहली पारी में मोर्चा दे चुके थे।
दूसरे टेस्ट के पूर्व, कई विशेषज्ञों ने कहा था कि रावलपिंडी की पिच तेज़ और अधिक घुमावदार होगी, जो दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर केशव के लिए एक स्वर्णिम अवसर बन सकती है। वैसे भी, इस पिच पर पहले ही दो टेस्ट में तेज़ गति वाले बॉलरों को बहुत फायदा मिला था, इसलिए दोनों टीमों ने अपने बैटिंग क्रम को थोड़ा बदलने की योजना बनाई।
तीसरे दिन के मुख्य आँकड़े
तीसरे दिन के अंत तक, पाकिस्तान की पहली पारी 333 रन पर सिमट गई, जिसमें केशव महाराज ने सात विकेट लेकर सबसे बड़ा प्रभाव डाला। उसकी आँकड़े थे: 9 ओवर, 1 मेडन, 29 रन, 7 विकेट। इसके अलावा, साइमन हार्मर ने 13 ओवर में 3 मेडन, 26 रन देकर तीन महत्वपूर्ण विकेट चुराए।
दक्षिण अफ्रीका के लिये ट्रिस्टन स्टब्स ने 65 रन बनाकर टीम को स्थिर किया, जबकि टोनी डि ज़ोर्ज़ी ने 58 रन की मदद की। दोनों ने 110 रन की साझेदारी में बहुत सारा भरोसा दिखाया, जिससे स्कोर 93/4 पर पहुंच गया। इस बीच, पाकिस्तान के बैटरों में बाबर आज़म ने 48 रन (82 गेंद) और मोहम्मद रिजवान ने 16 रन (44 गेंद) बनाए।
एक विवादास्पद क्षण तब आया जब रिजवान को हिट‑विकेट आउट नहीं माना गया। कई दर्शकों ने सवाल उठाया कि बॉल डेड नहीं हुई थी, पर रेफरी ने इसे लाइव खेले जाने जैसा घोषित कर दिया। इस निर्णय पर ESPN ने बाद में विश्लेषण प्रकाशित किया।
मुख्य खिलाड़ी और उनके प्रदर्शन
केशव महाराज की सात‑विकेट वाली कलाई ने पाकिस्तान के बैट्समैन को लगातार दबाव में रख दिया। इसके अलावा, उनके बाद में साइमन हार्मर ने भी तेज़ गति से तीन विकेट लिए, जिससे विपक्षी टीम का मोमेंटम बिगड़ गया। दूसरी ओर, इमाम‑उल‑हक का 93‑रन का अर्ध‑शतक कई सालों में उनका सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर नहीं था, फिर भी यह पाकिस्तान को शुरुआती प्रतियोगिता में कुछ राहत दिलाया।
दक्षिण अफ्रीका की पारी को देखते हुए, एडेन मार्क्रम (कप्तान) ने कहा: "हमारा फोकस पाकिस्तानी बैट्समैन को दबाव में रखना था, और केशव की स्पिन ने हमें वह मौका दिया।" स्टब्स और डि ज़ोर्ज़ी की साझेदारी ने टीम को स्थिर किया, जिससे स्कोर बोर्ड पर उनका हाथ तेज़ी से बढ़ा।
बाबर आज़म और रिजवान ने भी अपने-अपने कोन से लड़ते हुए छोटा‑छोटा लेकिन असरदार छक्के लगाए। बाबर की 48‑रन की पारी में दो फ़ोर और एक छक्का शामिल था, जबकि रिजवान की तेज़ गति वाली फिनिशिंग ने उनकी विकेटकीपर‑बेटिंग के रूप में नई संभावनाएं दिखाईं।
कप्तान व कोच की टिप्पणियां
साउथ अफ्रीकी कप्तान एडेन मार्क्रम ने अपने इंटरव्यू में कहा: "केशव की गेंदबाज़ी ने हमें आग का स्तर दिखाया, लेकिन स्टब्स‑डि ज़ोर्ज़ी की साझेदारी ने हमारी रणनीति को जीवित रखा। अगले दिन हमें विकेट लेन में सुधार के साथ आक्रमणकारी खेल दिखाना होगा।"
वहीं, पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद ने कहा: "हमने अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन केशव की स्पिन ने हमारी प्रगति को रोक दिया। हमें टीम के अंदर साइड‑डोमेन को मजबूत करने की जरूरत है, और मैं अपने गेंदबाज़ों से उम्मीद करता हूँ कि वे अगले दिन पाँच‑छह विकेट ले सकें।"
पाकिस्तान के कोच, अब्दुल्ला शफीक, ने भी टीम को पुनः प्रेरित करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि पिच की घुमावदारता को देखते हुए तेज़ गेंदबाज़ी को कम नहीं किया जाना चाहिए, और साथ ही बैटिंग लाइन‑अप को अधिक आक्रामक बनाने की सलाह दी।
भविष्य की राह और संभावित परिणाम
चौथे दिन की शुरुआत में दोनों टीमें अपनी‑अपनी दूसरी पारियां शुरू करने वाली हैं। पाकिस्तान को लक्ष्य है कि दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी के 93/4 के स्कोर को पार करके आगे बढ़े। दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका को अब तक के बड़े अंतर को बनाए रखने के लिए तेज़ रफ़्तार से स्कोर बनाना होगा, ताकि उन्हें जीत के करीब लाया जा सके।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि केशव महाराज या किसी अन्य स्पिनर ने आज की तरह लगातार तीन‑चार विकेट ले लिए, तो पाकिस्तान को फिर से खेल में गिरावट का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन अगर स्टब्स‑डि ज़ोर्ज़ी की साझेदारी जारी रहती है और दक्षिण अफ्रीकी बैटर लगातार 30‑40 रन का स्कोर बना लेते हैं, तो यह टेस्ट के परिणाम पर गहरा प्रभाव डालेगा।
साथ ही, आगामी मैचों में दोनों टीमों की फिटनेस और मैदान की स्थिति भी निर्णायक भूमिका निभाएगी। रावलपिंडी की पिच धीरे‑धीरे बदल रही है; अगर अगली सुबह तक धूल और नमी का संतुलन बना रहा, तो स्पिनर‑सहायक गेंदबाज़ों को फायदा रहेगा।
- केशव महाराज ने 7 विकेट लिए – टेस्ट इतिहास में एक उल्लेखनीय प्रदर्शन।
- पाकिस्तान की पहली पारी 333 रन पर समाप्त हुई।
- दक्षिण अफ्रीका ने स्टब्स‑डि ज़ोर्ज़ी के साथ 93/4 पर तेज़ स्कोर बनाया।
- रिजवान को हिट‑विकेट नहीं दिया गया – विवादित फैसला।
- अगले दिन दोनों टीमों को अपनी‑अपनी दूसरी पारियां खेलनी होंगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
केशव महाराज के 7 विकेट का पाकिस्तान पर क्या असर होगा?
केशव की स्पिन ने पाकिस्तान की टॉप ऑर्डर को रोक दिया, जिससे उनका स्कोर 333/5 पर रुक गया। अगर ऐसा प्रदर्शन जारी रहता है, तो पाकिस्तान को अपनी मध्य‑क्रम की स्थिरता बढ़ानी होगी, नहीं तो उन्हें भारी दबाव का सामना करना पड़ेगा।
ट्रिस्टन स्टब्स और टोनी डि ज़ोर्ज़ी की साझेदारी क्यों महत्वपूर्ण थी?
बिना उनके योगदान के दक्षिण अफ्रीका 93/4 पर अटके रहता। उनका 110‑रन का साझेदारी टीम को स्थिर रखी और मैच के क्रम में तनाव को कम किया, जिससे बाद के ओवरों में तेज़ स्कोर बना सकें।
मोहम्मद रिजवान को हिट‑विकेट क्यों नहीं दिया गया?
रेफ़री ने यह माना कि बॉल डेड नहीं हुई थी, इसलिए रिजवान को आउट नहीं माना गया। यह निर्णय आज के खेल में विवाद का कारण बना, लेकिन नियम पुस्तिका के अनुसार बॉल तब तक जीवित रहती है जब तक क्रीज़र ने इसे साफ़ नहीं किया।
अगले दिन कौन सी टीम को जीत के बढ़ते हुए अवसर मिलेंगे?
यदि दक्षिण अफ्रीका अपनी तेज़ गति वाली साझेदारी को जारी रखता है और 4‑5 विकेट कम कर पाता है, तो उन्हें जीत की राह मिल सकती है। वहीं, पाकिस्तान को अपनी मध्य‑क्रम को मजबूत करना होगा और कपलिंग को तोड़ना होगा, तभी वे मैच को अपने पक्ष में मोड़ पाएँगे।
टिप्पणि
Ujala Sharma
केशव महाराज ने सात विकेट लिए, लेकिन पाकिस्तान की बैटिंग तो फिर भी लापरवाह रही। लगता है उन्हें पिच की मदद की, न कि खुद की गेंदबाज़ी से। बहुत देर तक नहीं टिक पाए उनका दबाव।
अक्तूबर 22, 2025 AT 19:38
Vishnu Vijay
🤣 सच में, केशव ने शॉट मारने की कोशिश की तो बॉल ही घुमा दूँगा! लेकिन वही रावलपिंडी की पिच है, कभी भी दया नहीं दिखाती। 🇮🇳
अक्तूबर 23, 2025 AT 15:05
Amit Samant
टेस्ट क्रिकेट में स्पिनर का प्रभाव अक्सर अनदेखा रह जाता है, परन्तु केशव महाराज ने इस बार स्पष्ट रूप से दिखाया कि उनका योगदान कितना महत्वपूर्ण है। यह टीम को संतुलित रखने में मदद करेगा, बशर्ते फोकस बना रहे।
अक्तूबर 24, 2025 AT 10:32
tej pratap singh
केशव की स्पिन के पीछे छुपी कोई साजिश नहीं, बस पिच ने अपना काम किया। अगर आप नहीं मानते तो खुद देखिए कैसे गेंदें टर्न कर रही थीं।
अक्तूबर 25, 2025 AT 05:58
Chandra Deep
भाई, पिच की मदद को समझना जरूरी है, टीम को भी इस हिसाब से प्लान करना चाहिए। यदि स्पिन पर भरोसा रहेगा तो बैट्समैन को भी थोड़ा आराम मिलेगा
अक्तूबर 26, 2025 AT 01:25
Mihir Choudhary
स्टब्स और डि ज़ोर्ज़ी की साझेदारी देख कर दिल खुश हो गया! 🎉 अब पाकिस्तान को थोड़ा जल्दी चलना पड़ेगा।
अक्तूबर 26, 2025 AT 20:52
Tusar Nath Mohapatra
वा, केशव की स्पिन तो धूम मचा रही है, पर साउथ अफ्रीका की पारी भी पेपर पर ज़्यादा नहीं। मज़ा आ रहा है इस टेस्ट में!
अक्तूबर 27, 2025 AT 16:18