पालीका में दिव्यांगों के लिए लगे खास शिविर में आई नई उम्मीद
समाज में विकलांग व्यक्तियों की परेशानियों को कम करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए पालीका में एक विशेष शिविर लगाया गया। बड़ी संख्या में दिव्यांगजन सुबह से ही मैदान में एकत्र हो गए थे। आयोजन का मकसद न सिर्फ उन्हें कृत्रिम अंग और सहायक उपकरण देना था, बल्कि उनके जीवन को आसान बनाने के लिए मानसिक ताकत भी देना था।
शिविर का आयोजन श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के सहयोग से हुआ, जो पिछले कई वर्षों से देशभर में दिव्यांगों की सहायता कर रही है। कार्यक्रम के दौरान पालीका क्षेत्र की विधायक वीणा भारती और एसडीएम अभिषेक कुमार ने दीप जलाकर शिविर का शुभारंभ किया। मंच पर वक्ताओं ने बताया कि संसाधनों का अभाव दिव्यांगजन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है, जिसे ऐसे शिविरों से कुछ हद तक दूर किया जा सकता है।
इस मौके पर मेडिकल टीम ने पहले सभी लाभार्थियों की जांच की और फिर उनकी जरूरत के हिसाब से उपकरण वितरित किए। कुल 142 लाभार्थियों को अलग-अलग किस्म के कृत्रिम पैर, हाथ, वॉकर, ट्राइ-साइकिल, कैलीपर्स एवं श्रवण यंत्र दिए गए। शिविर में ग्रामीण अंचलों से भी कई लोग पहुंचे, जिनके लिए यह मील का पत्थर साबित हुआ।

सरकार की योजनाओं के असर और दिव्यांगों में उत्साह
सरकार लगातार दिव्यांगों के लिए नई योजनाएं शुरू कर रही है ताकि वे मुख्यधारा में आ सकें। लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसे शिविर इन योजनाओं को मजबूती से आगे बढ़ाते हैं। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं की साझा कोशिशों से लाभार्थियों के चेहरे पर मुस्कान दिखी। कई लोगों को पहली बार इतना गुणवत्ता वाला सहायक उपकरण मिला, जिससे वे चलने-फिरने और रोजमर्रा के काम बिना किसी बड़ी दिक्कत के कर सकते हैं।
लाभार्थियों ने आयोजकों के प्रति कृतज्ञता जताई और कहा कि ऐसी पहल से उनमें आत्मविश्वास बढ़ा है। आयोजकों ने बताया कि आगे भी इस तरह के कैंप आयोजित किए जाएंगे, ताकि और अधिक दिव्यांगजन तक मदद पहुंच सके। शिविर में भारी संख्या में ग्रामीणों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों की मौजूदगी रही, जिससे समाज में दिव्यांगजनों के प्रति नजरिया बदलता दिखाई दिया।