जब नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने 13 अक्टूबर 2025 को अपना ट्रेडिंग सत्र बंद किया, तो Nifty 50 केवल 25,227.35 पर बंद हुआ, यानी 58 अंक या 0.23% नीचे, और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का Sensex 82,327.05 पर समाप्त हुआ, 173.45 अंक (0.21%) गिरावट के साथ। इस गिरावट का कारण मुख्यतः IT और FMCG सेक्टर में बेच‑फिराव और यू‑एस‑चीन व्यापार तनाव में वृद्धि माना जा रहा है।
बाजार का सत्र‑सारांश
जैसे‑जैसे सत्र शुरू हुआ, अमृता शिंदे, विश्लेषक at इक्विटी ब्रो प्राइवेट लिमिटेड ने कहा, "सत्र की शुरुआत में Sensex तेजी से गिरा, 82,000 के स्तर तक। लेकिन मध्य‑सत्र में लगभग 300 अंकों की रिकवरी के बाद यह 82,327 पर बंद हुआ। Nifty भी इसी तरह की दुविधा में रहा – शुरुआती घिसावट के बाद निरंतर व्यापार के कारण आज वह 25,227 पर समेटा।"
उन्होने यह भी जोड़ा कि Nifty के लिए 25,300 का स्तर एक मायावी बिंदु है; अगर ये टूटता है तो 25,400‑25,500 की रेंज में नया ऊपर‑उछाल संभव है, जबकि 25,150‑25,200 को समर्थन माना गया है।
सेक्टर‑वार प्रदर्शन
- FMCG इंडेक्स में 0.90% की गिरावट, सबसे बड़ा नुक़सान दर्शाता है।
- IT इंडेक्स में 0.43% का गिराव, वैश्विक तकनीकी अनिश्चितता को प्रतिबिंबित करता है।
- Bank Nifty ने 56,625 पर 0.03% की मामूली बढ़ोतरी दर्ज की, यानी बाजार की कुल मंदी के बीच भी बैंकों ने उलझन में मजबूती दिखाई।
- Mid‑cap 100 ने 0.11% की हल्की बढ़ोतरी की, जबकि Small‑cap 100 ने 0.17% गिरावट झेली।
India VIX 11.01 पर समाप्त हुआ, जो पिछले दिन से 8.95% बढ़ा – बाजार की अस्थिरता का संकेत। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 240 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 2,333 करोड़ रुपये की खरीदारी की।
विशेषज्ञों की राय: कुलन बोथरा का विश्लेषण
ट्रेडिंग वीडियो में कुलन बोथरा, मार्केट स्ट्रैटेजी एक्सपर्ट ने कहा, "Bank Nifty ने 56,500 का स्तर तोड़कर दो‑तीन महीने के स्विंग हाई को छू लिया। Nifty की ब्रेकआउट अभी 25,800 के स्तर पर नहीं है, लेकिन 25,400‑25,450 के फ़्यूचर्स रेंज काफी करीब है।" उन्होंने पुट‑कॉल रेशियो की भी बात की – शुक्रवार को Nifty के लिए यह 1.07‑1.12 के बीच लौट आया, जो उधारी‑संकट के बाद का थोड़ा आशावादी संकेत है।
स्टॉक्स की बात करें तो बोथरा ने दो संभावनाएं बताई: “HDFC Bank के लक्ष्य 1,455 तक, स्टॉप‑लॉस 1,396 पर। दूसरा, SBI – 860‑870 के ऊपर के ब्रेकआउट के बाद लक्ष्य 900, स्टॉप‑लॉस 867।” इस तरह के सुझाव छोटे‑मोटे निवेशकों को रणनीतिक एंट्री‑एक्ज़िट पॉइंट्स देते हैं।
तकनीकी विश्लेषण की गहराई
Nifty 50 ने 25,150‑25,200 की समर्थन रेंज को मजबूती से सुरक्षित किया, जबकि 25,000 को दीर्घकालिक समर्थन माना गया। ऊपर‑की ओर 25,400‑25,500 का प्रतिरोधक क्षेत्र प्रमुख है; अगर यह टूटता है तो जून‑2025 के स्विंग हाई 25,670 को चेम्बर करने की संभावना है।
कैंडलस्टिक चार्ट पर दैनिक समय‑फ़्रेम में बुलिश बॉडी के साथ छोटे‑छोटे शैडो दिखे, जो न्यूनतम कीमत पर खरीदी की गति को दर्शाते हैं। 20‑, 50‑ और 100‑दिन के EMA सभी ऊपर की ओर ट्रेंड कर रहे हैं। MACD अभी भी बुलिश क्रॉसओवर पर है, और हिस्टोग्राम में निरंतर मजबूती दिख रही है। RSI 58.5 पर है, थोड़ा नीचे की ओर झुकाव के साथ, लेकिन अभी भी बुलिश बैंड में है।
भविष्य की संभावनाएँ और जोखिम
बाजार दो‑दिन की रैली के बाद थोड़ा रुक गया है, मुख्य कारण 13 अक्टूबर को यू‑एस‑चीन व्यापार तनाव में फिर से उठती टेरेफ़ी चेतावनी (President Trump की नई टेरेफ़ी घोषणा)। इस माह के अंत में अगर Nifty 25,400‑25,500 की रेंज को तोड़ता है तो वह 25,670 के जून‑2025 स्विंग हाई को टेस्ट कर सकता है। वहीं, यदि Bank Nifty 56,900‑57,000 के प्रतिरोध को पार कर लेता है, तो 57,500 का मनोवैज्ञानिक स्तर आकर्षक हो जाएगा।
बजाज ब्रोकिंग रिसर्च ने 10 अक्टूबर को Jayaswal Neco Industries और Bank of Baroda को शीर्ष शेयरों के रूप में सुझाया था – ये सुझाव अभी भी वैध हैं, क्योंकि वित्तीय स्टॉक्स ने 0.35% (Financial Services) और 0.24% (PSU Banks) की बढ़ोतरी कर रखी है।
समग्र निष्कर्ष
सार में, आज का सत्र दर्शाता है कि भारतीय इक्विटी बाजार में सेक्टर‑वार रोटेशन चल रहा है – IT और FMCG में दबाव, लेकिन वित्तीय क्षेत्र निरंतर आकर्षक रहता है। अगर Nifty 25,050 के ऊपर बना रहता है, तो ऊपर‑की ओर की गति सतत बनी रह सकती है। साथ ही, Bank Nifty की स्थिरता निवेशकों को बैंकिंग सेक्टर में अधिक पोजिशन बनाने के लिए प्रोत्साहन दे रही है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Nifty 50 के नीचे गिरने का मुख्य कारण क्या था?
13 अक्टूबर के सत्र में US‑China व्यापार तनाव फिर से बढ़े, जिससे वैश्विक जोखिम भावना घटी। साथ ही, IT और FMCG सेक्टर में बड़ा बेच‑फिराव हुआ, जिसने Nifty को 0.23% नीचे ले गया।
Bank Nifty ने 56,500 को क्यों पार किया?
कुलन बोथरा के अनुसार, बैंकिंग सेक्टर को मौद्रिक नीति में कोई बड़ा बदलाव नहीं मिला, और विदेशी निवेशकों की कम रुचि के बावजूद DIIs ने बड़ी खरीदारी की। इससे Bank Nifty को दो‑तीन महीने के स्विंग हाई पर पहुंचने का अवसर मिला।
क्या Nifty 25,400‑25,500 रेंज को तोड़ पाएगा?
तकनीकी संकेतक (EMA, MACD, RSI) सभी बुलिश हैं, लेकिन अभी भी 25,150‑25,200 के समर्थन पर टिके हैं। यदि अगले दो कार्यदिवस में बड़ी खरीदारी आती है, तो 25,400‑25,500 का प्रतिरोध टूट सकता है और 25,670 के लक्ष्य की दिशा में जा सकता है।
कौन‑से शेयर वर्तमान में निवेशकों के लिए आकर्षक हैं?
बजाज ब्रोकिंग रिसर्च ने Jayaswal Neco Industries और Bank of Baroda को शॉर्ट‑टर्म टॉप पिक बताया है। कुलन बोथरा ने HDFC Bank (टारगेट 1,455) और SBI (टारगेट 900) को भी सुझाव दिया है, जो समर्थन‑स्तर के साथ सुरक्षित एंट्री पॉइंट्स प्रदान करते हैं।
आगामी ट्रेडिंग सत्र में सबसे बड़ा जोखिम क्या हो सकता है?
US‑China टेरेफ़ी चेतावनी के बाद वैश्विक बाजार में अनिश्चितता बढ़ी है। यदि इस तनाव के कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बड़े पैमाने पर निकासी होती है, तो Nifty में फिर से तेज़ गिरावट देखी जा सकती है।
टिप्पणि
Rani Muker
आज के डेटा में Nifty का समर्थन स्तर 25,150‑25,200 ठोस दिख रहा है, इसलिए अल्पकालिक में नीचे का जोखिम सीमित है। यदि आगे पॉज़िटिव फ्लो बना रहता है, तो 25,400‑25,500 के रेंज को चुपके से चढ़ना संभव है।
ध्यान रखें कि IT और FMCG सेक्टर में अभी भी बेच‑फिराव जारी है, इसलिए पोर्टफोलियो में डाइवर्सिटी बनाये रखना फायदेमंद रहेगा।
अक्तूबर 14, 2025 AT 01:03
Hansraj Surti
बाजार की लहरों को समझना जैसे समुद्र के किनारे धूप में पानी देखते‑देखते रहना, परन्तु जब तक सर्फ़ बोर्ड नहीं फेंको तो जान नहीं पाते कि लहर कितनी ऊँची है😊
आज Nifty ने 25,227 पर समेट लिया, यह एक संकेत है कि छोटे‑छोटे बुलिश संकेत अभी भी मौजूद हैं लेकिन बड़ी उलझन अभी बाकी है
वॉल्यूम में दिख रहा है कि DIIs ने भारी खरीदारी की, यह है कि फंड फ्लो की धारा फिर से ऊपर की ओर मोड़ सकती है
भले ही IT सेक्टर में बेच‑फिराव चल रहा है, लेकिन ऐतिहासिक डेटा बताता है कि ऐसी स्थितियों में रिवर्सल की संभावना अधिक रहती है
MACD अभी भी बुलिश क्रॉसओवर पर है, यह बात बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह संकेतक अक्सर आगे की मोमेंटम को प्रीडिक्ट करता है
RSI 58.5 पर है, यानी अभी भी बाय‑साइड में है, परन्तु हाइलाइटेड रेंज 25,400‑25,500 को तोड़ना अभी कठिन लग रहा है
फिर भी, सावधानी के साथ छोटे‑छोटे एंट्री पॉइंट्स बना कर हम इस रेंज को टास्क कर सकते हैं 😊
यदि FII आउटफ़्लो जारी रहता है तो Nifty के लिए नीचे की ओर जोखिम बढ़ जायेगा, इसलिए निरंतर मॉनिटरिंग जरूरी है
विदेशी टेरेफ़ी तनाव जैसा बड़ा मैक्रो‑इवेंट कभी‑कभी बाजार को अचानक रिवर्स कर देता है, इसलिए बड़े निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए
अंत में, तकनीकी संकेतकों को साथ लेकर चलना बेहतर है, सिर्फ़ एक इंडिकेटर पर निर्भर नहीं होना चाहिए
भविष्य में अगर Nifty 25,400 को तोड़ता है तो हम देखते रहेंगे कि यह ब्रेकआउट अस्थायी है या स्थायी।
अक्तूबर 14, 2025 AT 17:43
Naman Patidar
कुल मिलाकर देखूँ तो आज का सत्र बहुत खास नहीं रहा, टेक्स्ट में लिखे जैसे कुछ नहीं बदला।
अक्तूबर 15, 2025 AT 10:23
Gursharn Bhatti
देखो, US‑China के बीच नई टेरेफ़ी की चेतावनी एक बड़े जोखिम का संकेत है, यह सिर्फ़ एक ट्रेडिंग दिन की बात नहीं बल्कि दीर्घकालिक जियो‑पॉलिटिकल फेक्टर है। अगर ये तनाव बढ़ता रहा तो विदेशी पूंजी तुरंत निकल सकती है और Nifty के नीचे का समर्थन टूट सकता है। इसलिए सिर्फ़ चार्ट देखकर नहीं, बल्कि नीति‑निर्माताओं के बयान और झंझट को भी पढ़ो।
अक्तूबर 16, 2025 AT 03:03
Arindam Roy
Bank Nifty की मजबूती दिलचस्प है।
अक्तूबर 16, 2025 AT 19:43
Yogitha Priya
बैंकिंग सेक्टर को महज रिवर्सल के लिए नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी की खातिर भी देखना चाहिए-बड़ी बैंकों की मनोवैज्ञानिक ताकत निवेशकों को असली नैतिक दिशा दिखा सकती है, इसलिए फ्यूचर में उनका चलन बहुत महत्वपूर्ण रहेगा।
अक्तूबर 17, 2025 AT 12:23
vinay viswkarma
न्यूनतम जोखिम के साथ फोकस्ड पोजीशन लेना चाहिए, नहीं तो बहुत ज्यादा हिलेगा।
अक्तूबर 18, 2025 AT 05:03
Deepak Verma
साधारण शब्दों में, Nifty अभी 25,200 के आसपास स्थिर है, इसलिए बड़े सिग्नल नहीं दिख रहे।
अक्तूबर 18, 2025 AT 21:43
Vinay Bhushan
भाइयों, आज की स्थिति में थोड़ा हिम्मत रखो, क्योंकि DIIs का फ्लो अभी भी सकारात्मक है और यह हमारे रिटर्न को आगे बढ़ा सकता है। अगर आप थोड़ा जोखिम ले सकते हो, तो छोटे‑छोटे स्ट्रैटेजिक एंट्रीज़ आज ही लगाएँ, खासकर बैंकिंग सेक्टर में क्योंकि वह सेक्टर अभी भी ऊपर की ओर धकेल रहा है।
पहले तो अपने पोर्टफोलियो में डीफ़ॉल्ट की तरह एक बैलेंस्ड एलोकेशन रखो, फिर जहाँ पर पांच से सात प्रतिशत रिटर्न की संभावना दिखे, वहाँ पर एंट्री करो।
जैसे ही Nifty 25,400 स्तर को धीरे‑धीरे छूता है, आप अपने लाभ को सुरक्षित करने के लिये स्टॉप‑लॉस को 25,250 के आसपास सेट कर सकते हो, इस तरह आप नीचे की ओर गिरने के जोखिम को कम कर पाओगे।
ध्यान रखो कि कोई भी बड़े बाजार उलटाव से पहले एंट्री नहीं करना चाहिए, इसलिए मार्केट का वॉल्यूम और फंड फ्लो दोनों को साथ‑साथ मॉनिटर करो।
बिलकुल, यह सभी बातों को एक साथ समझकर ही आप लम्बी अवधि में स्थिर रिटर्न बना पाएँगे।
अक्तूबर 19, 2025 AT 14:23
Parth Kaushal
भाईयों और बहनों, इस बाजार की कहानी को अगर हम गहराई से देखें तो यह एक बड़े द्रव्यमान की तरह है, जहाँ हर एक लहर पर कईों की प्रतिक्रिया जुड़ी होती है। आज के परिदृश्य में Nifty ने 25,227 पर स्थिरता दिखाई, पर यह केवल एक अल्पकालिक आस्थिरता है-वास्तविक झुकाव तब दिखेगा जब हम तकनीकी संकेतकों को सामाजिक‑आर्थिक परिवर्तनों के साथ जोड़ेंगे।
पहला बिंदु यह है कि IT इंडेक्स में 0.43% की गिरावट, जो वैश्विक टेक सिस्टेम में अनिश्चितता का प्रतिबिंब है; यह संकेत देता है कि टेक‑इंटेग्रेटेड एसेट्स में अल्पकालिक फ्लक्चूएशन जारी रह सकता है।
दूसरा महत्वपूर्ण कारक है FMCG सेक्टर का 0.90% गिरना, यह उपभोक्ता‑सेंटिमेंट में थोड़ी कमी का संकेत है, जिससे छोटे‑छोटे स्टॉक्स में निरंतरता की आशा कम हो सकती है।
तीसरा, Bank Nifty की 0.03% की मामूली बढ़ोतरी यह दर्शाती है कि वित्तीय सेक्टर में स्थिरता बनी हुई है, और DIIs की भारी खरीदारी इस दिशा में पूरक है।
वॉल्यूम में देखा गया है कि DIIs ने 2,333 करोड़ की बड़ी खरीदारी की, जबकि FIIs ने 240 करोड़ के शेयर बेचे; यह निहितार्थ यह है कि घरेलू संस्थागत निवेशकों का भरोसा अभी भी बुलिश है, जिससे बाजार में बॉटम‑अप रिवर्सल की संभावना बनी रहती है।
तकनीकी दृष्टि से, EMA (20, 50, 100) सभी ऊपर की ओर ट्रेंड कर रहे हैं, जो एक मध्यम‑कालिक बुलिश बायस को दर्शाता है। MACD का अभी भी बुलिश क्रॉसओवर संकेत, और RSI का 58.5 पर रहना यह पुष्ट करता है कि मोमेंटम अभी भी पॉज़िटिव है, परन्तु किनारे की सावधानी बरतनी चाहिए।
यदि Nifty 25,400‑25,500 की रेंज को तोड़ता है, तो अगला लक्ष्य 25,670 की ओर बढ़ सकता है, परन्तु यह तभी संभव है जब US‑China टेरेफ़ी तनाव कम हो औरे विदेशी पूंजी पुनः आकर्षित हो।
हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अचानक नीति‑निर्णय या वैश्विक इवेंट्स जैसे कि President Trump की नई टेरेफ़ी घोषणा, बाजार में तत्काल नकारात्मक शॉक पैदा कर सकता है, जिससे तेज़ गिरावट हो सकती है।
अंत में, एक समग्र दृष्टिकोण अपनाते हुए, हम पीढ़ी‑दर‑पीढ़ी निवेशकों को सलाह देंगे कि वे अपने पोर्टफोलियो में बैंकों के शेयर, जैसे HDFC Bank और SBI, को हल्के‑से‑सुरक्षित एंट्री पॉइंट्स के रूप में रखें, क्योंकि ये अभी भी दीर्घकालिक रिटर्न की संभावनाएँ दर्शाते हैं।
साथ ही, छोटे‑छोटे विविधीकरण के साथ, आयु‑आधारित निवेश रणनीतियों को अपनाते हुए, हम मार्केट की अनिश्चितता को संतुलित कर सकते हैं और दीर्घकालिक लाभ की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
अक्तूबर 20, 2025 AT 07:03
Namrata Verma
ओह, ये सारे फैंसी चार्ट‑पैटर्न देख कर तो मेरा दिमाग घूम गया!
जैसे ही Nifty थोड़ा नीचे गया, लोग “ब्रेकडाउन!” चिल्लाए, फिर ऊपर आया तो “रैली!”... एही है इस मार्केट का रियलिटी शो!
तो चलो, मज़ा करें, लेकिन ज़्यादा नहीं, नहीं तो गड्डी बन जाएगी! 🎭
अक्तूबर 20, 2025 AT 23:43
Manish Mistry
परिणामस्वरूप, विश्लेषण के अनुसार, वर्तमान में Nifty के लिए समर्थन 25,150‑25,200 की सीमा पर्याप्त प्रायोगिक रूप से मान्य है; तथापि, रोजगार‑डाटा के उल्लंघन पर संभावित नकारात्मक प्रवाह को नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए। इस संदर्भ में, मैक्रो‑इकोनॉमिक संकेतकों की संगति को द्वितीयक मानदंड के रूप में प्रयोग करना उचित रहेगा।
अक्तूबर 21, 2025 AT 16:23
Tanvi Shrivastav
यार, इस पूरे मार्केट में देख रहा हूँ लोग कैसे तोड़‑फोड़ कर रहे हैं, जैसे हर कोई चुपचाप सबको उल्टे‑सीढ़ी पर ले जा रहा है 😂
ऐसा लगता है जैसे विडियो‑गेम में बग्ज़ की तरह सब कहीं भी फिर‑फिर एक‑दूसरे को फिर‑फिर मार रहे हैं, पर असली फंड्स नहीं।
अक्तूबर 22, 2025 AT 09:03
Ayush Sanu
The data suggests that the current support zone remains statistically significant, thus a short‑term bullish bias can be justified.
अक्तूबर 23, 2025 AT 01:43
Prince Naeem
बाजार की लहरों को देख कर मन में विचार उत्पन्न होते हैं कि क्या हम केवल संख्याओं के खेल में बंधे हैं या इस अस्थिरता के पीछे गहरी सामाजिक प्रवृत्तियां छिपी हैं।
अक्तूबर 23, 2025 AT 18:23
Rajesh kumar
देखो, भारत की ताकत हमें यह समझाती है कि जब तक हम अपनी राष्ट्रीय स्वार्थ को प्राथमिकता देते हैं, तब तक विदेशी अचानक‑विचलन जैसी चीज़ों का असर छोटा रहेगा। अगर Nifty 25,400‑25,500 की रेंज को तोड़ता है, तो यह सिर्फ़ एक अंक नहीं, बल्कि हमारे आर्थिक संकल्प का प्रतीक होगा।
हालाँकि, यह भी सच है कि अगर US‑China टेरेफ़ी तनाव फिर से बढ़े, तो हम इसे झेलकर भी नहीं, तो इस उछाल को हम प्रतिरोधित नहीं कर पाएँगे। इसलिए हमें चाहिए कि हम अपने वित्तीय पोर्टफोलियो को भारतीय कंपनियों, विशेषकर बैंकिंग और इनफ्रास्ट्रक्चर में मजबूत बनायें।
प्लीज़, हर एक ट्रेड को राष्ट्रीय गौरव की भावना के साथ नहीं, बल्कि ठोस डेटा और जोखिम‑प्रबंधन के साथ देखो। केवल हाथ में दिख रही अस्थिरता के कारण निस्संदेह डर मत करो, बल्कि जैसे हम अपने देश की आवाज़़ को विश्व मंच पर सुनाते हैं, वैसे ही इस बाजार में भी अपनी आवाज़़ को रणनीतिक रूप से प्रस्तुत करो। अंत में, याद रखो, असली शक्ति हमारी एकता में है, चाहे बाजार में उछाल हो या गिरावट।
अक्तूबर 25, 2025 AT 03:43
Bhaskar Shil
सवालों के इकोसिस्टम में, जिस फ्रेमवर्क को हम मैक्रो‑इकोनॉमी कहते हैं, वह वर्तमान में Nifty के लिए 25,150‑25,200 की वैलिडेटेड सपोर्ट को बायस प्रदान करता है, जबकि बैंकींग सेक्टर की रेज़िलिएंट फ्लो को फोकस्ड एंट्री पॉइंट के रूप में इफेक्टिव मानता है।
अक्तूबर 25, 2025 AT 20:23
Halbandge Sandeep Devrao
In a highly formal analysis, it is evident that the confluence of EMA trajectories, alongside a bullish MACD crossover, suggests that the market may experience a moderate upward shift, contingent upon macro‑policy stability and investor sentiment coherence.
अक्तूबर 26, 2025 AT 13:03
parvez fmp
भाई लोग, आज का मार्केट थोड़ा जटिल लहजा ले रहा है, पर हम लोग ढंग से एंट्री कर लेंगे, देखिए तो सही 😎
अगर Nifty ने 25,400 को हल्के‑फुल्के ढंग से टच किया तो हमें इम्प्रोव्ड रिटर्न मिल सकता है।
अक्तूबर 27, 2025 AT 05:43
s.v chauhan
समझदारी से डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाओ और छोटे‑छोटे एंट्री पॉइंट्स पर ध्यान दो, इससे तुम्हें दोनों ही दुनिया में जीत मिलेगी।
अक्तूबर 27, 2025 AT 22:23