मारुति सुजुकी डिजायर: ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में उच्च सुरक्षा मानक के साथ 5 स्टार रेटिंग प्राप्त

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के द्वारा प्रकाशित किया गया राजेश मालवीय साथ 0 टिप्पणियाँ)

मारुति सुजुकी डिजायर: ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में उच्च सुरक्षा मानक के साथ 5 स्टार रेटिंग प्राप्त

मारुति सुजुकी डिजायर की सुरक्षा उपलब्धि

मारुति सुजुकी की नई डिजायर मॉडल ने सुरक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया है। ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में इसे वयस्क सुरक्षा के लिए 5 सितारा और बच्‍चों की सुरक्षा के लिए 4 सितारा रेटिंग दी गई है। यह मारुति सुजुकी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो भारतीय बाजार में सुरक्षा के उच्च मानकों को स्थापित करता है। यह पहली बार है कि किसी मारुति मॉडल ने यह प्रतिष्ठित 5-स्टार रेटिंग हासिल की है। इसका कारण डिजायर में किए गए महत्वपूर्ण संरचनात्मक सुधार, जैसे कि छह एयरबैग्स, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) और पैदल यात्री सुरक्षा को मानक तौर पर शामिल करना है।

ग्लोबल NCAP की भूमिका

ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट प्रोटोकॉल में कई महत्वपूर्ण पहलुओं का मूल्यांकन किया जाता है। इसमें वाहन के सामने और साइड इंपैक्ट की सुरक्षा, ESC, पैदल यात्री सुरक्षा, और उच्चतम सितारा रेटिंग पाने के लिए साइड पोल इंपैक्ट प्रोटेक्शन शामिल हैं। इस टेस्ट में मारुति की डिजायर का प्रदर्शन शानदार था। यह टेस्ट सुनिश्चित करता है कि वाहन चालक और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय किए गए हैं।

सुरक्षा के लिए डिजायर की विशेषताएँ

डिजायर में होना सता की संरचना और फुटवेल क्षेत्र दोनों को स्थिर के रूप में मूल्यांकित किया गया है, ये और अधिक लोडिंग का सामना कर सकते हैं। इसमें तीन पॉइंट बेल्ट्स सभी बैठने की जगहों पर और i-Size एंकर के रूप में मानक हैं। इससे न केवल वाहन की संरचनात्मक मजबूती बल्कि यात्री सुरक्षा में सुधार करने के लिए भी सहायक नौसान हैं। डिजाइन के अनुसार, ड्राइवर के डमी का छाती परीक्षण में सुरक्षा अपेक्षाकृत कम रही। हालांकि, पोल परीक्षण में पूरा सिर सुरक्षा और साइड इंपैक्ट परीक्षण में वयस्क यात्रियों के लिए पूरी सुरक्षा का प्रदर्शन हुआ।

बच्‍चों की सुरक्षा

ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में डिजायर ने बच्चों के उद्दारण परीक्षण में भी महत्वपूर्ण सुधार किया। 18 माह के बच्चे का डमी पूरी सुरक्षा दर्शाता है, जबकि तीन साल के बच्चे के डमी के सिर और छाती को अच्छी सुरक्षा मिली। हाला कि इसकी गर्दन की सुरक्षा बेहतर हो सकती है, इसे रियरवर्ड फेसिंग चाइल्ड रेस्ट्रेंट सिस्टम (CRS) का उपयोग कर सुधार किया जा सकता है। बदलाव और सुधार के माध्यम से, डिजायर ने इस क्षेत्र में भी एक अच्छी दिशा में कदम बढ़ाया है।

सैफर कार्स फॉर इंडिया

सैफर कार्स फॉर इंडिया

यह उपलब्धि उस समय हासिल हुई है जब 10 साल पहले मारुति की बनाई पहली कार को ग्लोबल NCAP के सैफर कार्स फॉर इंडिया कार्यक्रम में कोई भी सितारे नहीं मिले थे। यह पहल 2013-14 के दौरान शुरू हुई थी और तब से लेकर अब तक एक लंबा सफर तय किया गया है। यह दिखाता है कि मारुति ने कितनी दूरदृष्टि और मेहनत लगाई है अपने वाहनों की सुरक्षा और संरचनात्मक मजबूती को बढ़ाने में।

भविष्य की उम्मीदें

ग्लोबल NCAP के टुवार्डस जीरो फाउंडेशन के कार्यकारी अध्यक्ष डेविड वार्ड ने इसे मारुति के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता मानते हुए आशा व्यक्त की है कि मारुति इस उच्च सुरक्षा स्तर को अपनी बाकी मॉडल रेंज में भी लागू करेगी। यह कदम भारतीय उपभोक्ताओं के लिए गेम चेंजर साबित होगा और उनके प्रति सुरक्षा के संबंध में मारुति की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह उपलब्धि वाहन इंडस्ट्री में नए सुरक्षा मानकों को स्थापित करने में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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