लिडिया को ने ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतकर LPGA हॉल ऑफ फेम में प्रवेश किया

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अग॰

के द्वारा प्रकाशित किया गया राजेश मालवीय साथ 0 टिप्पणियाँ)

लिडिया को ने ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतकर LPGA हॉल ऑफ फेम में प्रवेश किया

लिडिया को का करियर और ओलंपिक पदकों की यात्रा

न्यूजीलैंड की मशहूर गोल्फ खिलाड़ी लिडिया को ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। पेरिस में आयोजित 2024 ओलंपिक खेलों में उन्होंने महिला गोल्फ प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर अपने ओलंपिक पदकों का संग्रह पूरा किया। पहले रियो डी जेनेरियो में रजत पदक और टोक्यो में कांस्य पदक जीतने वाली लिडिया को का यह स्वर्ण पदक न केवल प्रतिष्ठा का प्रतीक है, बल्कि उनके LPGA हॉल ऑफ फेम में प्रवेश की भी पुष्टि करता है।

प्रदर्शन की विशेषताएँ और चुनौतीपूर्ण मुकाबले

लिडिया को ने फाइनल में ले गोल्फ नेशनल के मैदान पर बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। नौवें होल के बाद उन्होंने पांच स्ट्रोक की बढ़त बनाई थी, लेकिन आखिरी होलों में उनका संयम और दक्षता साबित हुई जब उनकी बढ़त केवल एक स्ट्रोक तक सिमट गई थी। आखिरकार उन्होंने 7 फुट बर्डी पुट के साथ विजयी पारी खेली और 1-अंडर 71 के स्कोर के साथ दो शॉट की जीत हासिल की।

जर्मनी की एस्टर हेंसलाईट ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए अंतिम दो होलों में लगातार बर्डीज़ के साथ 66 का स्कोर करके रजत पदक हासिल किया। चीनी खिलाड़ी शी यु लिन ने अंतिम होल पर बर्डी बनाते हुए 69 का राउंड खेला और कांस्य पदक जीता।

अन्य प्रमुख खिलाड़ी

नेली कोर्डा, रोज झांग, और मोर्गेन मेट्रॉक्स जैसे अन्य प्रमुख खिलाड़ियों ने भी प्रतियोगिता में चुनौती दी, लेकिन उन्हें कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।

लिडिया को का प्रारम्भिक करियर और उपलब्धियाँ

लिडिया को का प्रारम्भिक करियर और उपलब्धियाँ

लिडिया को का करियर काफी प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने 15 वर्ष की उम्र में अपने पहले LPGA टाइटल को अपने नाम किया था और 17 साल की उम्र में दुनिया की नंबर 1 खिलाड़ी बन गई थीं। इस ताजगीपूर्ण जीत से उनके करियर को और भी नयी ऊचाइयां मिली हैं। इस जीत के साथ, वह LPGA हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ियों में से एक बन गई हैं।

इस सफलता की राह में उन्होंने कई प्रशंसा और पुरस्कार जीते हैं। वह अपने करियर के प्रारंभिक दौर में ही कई महत्त्वपूर्ण खिताब जीत चुकी हैं। 2024 के ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीत कर उन्होंने यह साबित कर दिया कि उनका जलवा आज भी बरकरार है।

इस प्रकार, लिडिया को ने अपनी उल्लेखनीय प्रतिभा और अद्वितीय खेल कौशल से एक बार फिर अपने प्रशंसकों का दिल जीत लिया। उनके इस स्वर्ण पदक ने उन्हें सही मायनों में खेल की दुनिया की 'गोल्फ क्वीन' का खिताब दिलाया है। सभी खेल प्रेमी अब उनकी आने वाली उपलब्धियों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

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