सित॰
के द्वारा प्रकाशित किया गया राजेश मालवीय साथ 0 टिप्पणियाँ)
इशान किशन, जिन्हें पहले चोट के कारण दुलेप ट्रॉफी के पहले राउंड से बाहर बताया जा रहा था, ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और दर्शकों को चौंका दिया। इस खबर ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है कि ऐसा कैसे संभव हो सकता है, जब पहले उनकी अनुपस्थिति की खबरें आ रही थीं। दुलेप ट्रॉफी जो 5 सितंबर, 2024 को अनंतपुर और बेंगलुरु में शुरू हुई, इसमें चार टीमें भाग ले रही हैं: टीम ए, टीम बी, टीम सी, और टीम डी। किशन टीम डी का हिस्सा हैं, जिसकी कप्तानी श्रेयस अय्यर कर रहे हैं।
यह टूर्नामेंट खासकर इशान किशन जैसे खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण है, जो भारतीय राष्ट्रीय टीम में वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। किशन ने इस टूर्नामेंट की तैयारी बुछी बाबू निमंत्रण क्रिकेट टूर्नामेंट में हिस्सा लेकर की थी, जिसमें उन्होंने झारखंड की टीम के खिलाफ मध्य प्रदेश के खिलाफ खेलते हुए तीन शानदार कैच लिए थे। उनकी दुलेप ट्रॉफी में शामिली उनके खुद को साबित करने और राष्ट्रीय टीम में जगह पाने के प्रयासों को बल देती है।
दुलेप ट्रॉफी के इस संस्करण में, जहां खिलाड़ियों को अपनी उत्कृष्टता दिखाने का मौका मिलता है, किशन की उपस्थिति इस बात का संकेत है कि वह पूरी तरह से तैयार हैं और अपनी फिटनेस और कौशल को दिखाने के लिए तत्पर हैं। टूर्नामेंट के प्रारूप में भी बदलाव किया गया है, अब इसमें चार राष्ट्रीय टीमें शामिल हैं, पारंपरिक क्षेत्रीय टीमों की जगह, ताकि अधिक प्रतिस्पर्धी माहौल बनाया जा सके।
दुलेप ट्रॉफी में इस बार शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल, ऋषभ पंत, और रविंद्र जडेजा जैसे अन्य प्रमुख खिलाड़ी भी हिस्सा ले रहे हैं, जबकि वरिष्ठ खिलाड़ी जैसे रोहित शर्मा, विराट कोहली, और जसप्रीत बुमराह इस बार नहीं खेल रहे हैं। इस तरह के टूर्नामेंट खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का अच्छा मौका देते हैं।
किशन की अचानक उपस्थिति ने प्रशंसकों और विशेष जाॅर्नलिस्ट्स के बीच अनेक प्रतिक्रियाएं उत्पन्न की हैं। लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी भावना व्यक्त की और किशन की फिटनेस और तैयारियों के बारे में चर्चा की। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इस टूर्नामेंट में कैसे प्रदर्शन करते हैं और क्या वे अपने शानदार प्रदर्शन से राष्ट्रीय टीम के दरवाजे खोल सकते हैं।
दुलेप ट्रॉफी का यह संस्करण सितंबर 18 को शुरू होने वाली बांग्लादेश टेस्ट सीरीज से पहले खिलाड़ियों को अपनी तैयारियों को परखने का आखिरी मौका उपलब्ध कराता है। किशन जैसे खिलाड़ियों के लिए, जो पिछले कुछ समय से टीम से बाहर हैं, यह एक सुनहरा मौका है कि वे अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को प्रभावित कर सकते हैं।
टीम डी के कप्तान श्रेयस अय्यर ने भी किशन के आने से उत्साहित होकर कहा कि किशन की उपस्थिति टीम के मनोबल को बढ़ावा देती है। यह दिलचस्प है कि दुलेप ट्रॉफी जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में हमें कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे, जो क्रिकेट प्रेमियों के लिए किसी महाकुंभ से कम नहीं होगा।