
मार्च
के द्वारा प्रकाशित किया गया राजेश मालवीय साथ 0 टिप्पणियाँ)
ईरानी कप में इस बार भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को मुकुंद कुमार की शानदार गेंदबाजी देखने को मिली। उन्होंने मुंबई के खिलाफ लक्ष्मीबाई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में 5/93 के आंकड़े दर्ज किए। यह उनका इस प्रतियोगिता में पहला पांच विकेट लेने का प्रदर्शन था, जिससे उनकी दक्षता और स्थिरता का प्रमाण मिलता है।
पहले दिन के खेल में मुकुंद ने तेज शुरुआत की, जिससे प्रतिद्वंद्वी टीम का शुरुआती लय टूट गया। उन्होंने पहले ही ओवर में पृथ्वी शॉ और अयुष म्हात्रे के विकेट लेकर बड़े प्रतिद्वंद्वियों को झटका दिया। इसके बाद हार्दिक तामोरे का विकेट लेकर उन्होंने अपने आत्मविश्वास का बना हुआ रखा।
मुकुंद का प्रदर्शन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि वह आगामी न्यूज़ीलैंड श्रृंखला से पहले भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करने का प्रयास कर रहे हैं। फरवरी 2024 में उन्हें आखिरी बार टेस्ट टीम में जगह मिली थी, लेकिन अब अपने लगातार अच्छे प्रदर्शन के दम पर वे चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।
मुंबई टीम ने भले ही 537 रनों का विशाल स्कोर प्राप्त किया हो, लेकिन मुकुंद की निरंतर प्रभावी गेंदबाजी ने मुंबई के बल्लेबाजों को धैर्य से खेलने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने अपनी प्रदर्शन से यह साबित कर दिया कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रभावी हो सकते हैं। इस सीजन में अब तक के 186 फर्स्ट क्लास विकेट लेकर मुकुंद ने अपने उत्साह और दृढ़ता को प्रकट किया है।
ईरानी कप वर्तमान में मुकुंद कुमार की प्लेइंग शैली का प्रमाण है, जिनकी सफलता न केवल उनके खेल पर बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के भविष्य पर भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है। उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता और समर्पण उन्हें आगामी चयन में महत्वपूर्ण भूमिका दिला सकते हैं।