जब भारत ने इंग्लैंड को द अवल में आखिरी टेस्ट में हराया, तो ICC World Test Championship 2025-27 की टेबल ने एक झटके की तरह हिल गई। 31 अगस्त 2025 को समाप्त हुई पाँच‑मैच की श्रृंखला 2‑2 पर बराबर रही, पर जीत‑देने वाला भारत अब 28 अंक और 46.67 % पॉइंट प्रतिशत के साथ तालिका में तीसरे स्थान पर पहुँच गया। इस परिवर्तन से भारतीय प्रशंसकों के चेहरे पर खुशी के साथ‑साथ बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों की सराहना भी झलक रही है।
पृष्ठभूमि और टेबल का महत्व
WTC‑27 में कुल नौ टीमें भाग ले रही हैं, और हर मैच के 12 अंक जीत, 4 अंक ड्रॉ, 6 अंक टाई और 0 अंक हार के रूप में तय होते हैं। टेबल को अंक‑प्रतिशत के आधार पर क्रमित किया जाता है, इसलिए हर एक ओवर, हर एक विकेट का बड़ा असर पड़ता है। भारत ने इस चक्र की अब तक की छः टेस्टों में 28 अंक इकट्ठा किए हैं, जबकि इंग्लैंड के पास 26 अंक हैं, लेकिन इंग्लैंड को लॉर्ड्स टेस्ट में दो‑अंक का स्लो ओवर‑रेट दंड मिला, जो उनके चार‑पहले स्थान को धूमिल कर गया।
ऑस्ट्रेलिया अभी तक तीन‑तीन मैच जीत कर तालिका में पहला स्थान बरकरार रखे हुए है, और श्रीलंका दूसरा, 66.67 % पॉइंट प्रतिशत के साथ दो मैचों में एक जीत और एक ड्रॉ के बाद। भारत की इस नई तीन‑स्थाना पोजीशन को समझना जरूरी है, क्योंकि यह सीधे अगले सत्र में लंदन के लॉर्ड्स में फाइनल में जगह बनाने की संभावनाओं को प्रभावित करती है।
द अवल पर निर्णायक टेस्ट
31 अगस्त की शाम, लंदन के द अवल में भीड़ की गड़गड़ाहट और चमकदार रोशनी के बीच भारत‑इंग्लैंड टेस्ट शुरू हुआ। पहले दिन भारत ने 340‑से‑350 के बीच टॉस जीतकर बैटिंग चुनी, और केएल राहुल ने सुगम 100 रन बनाकर टीम को प्रारम्भिक गति दी। मध्य‑ऑवर में ध्रुव जुरेल ने हिट‑एंड‑रन की बौछार शुरू कर 125 रन का बेहतरीन इन्फैंटरी बना दिया।
लेकिन असली सितारा था राविंद्र जडेजा। पहले इनिंग में 104** नॉट‑आउट बना कर उन्होंने एक बार फिर दिखा दिया कि वे न सिर्फ बॉलिंग में, बल्कि बैटिंग में भी कितने बहुमुखी हैं। उनका 50वें घर में वॉरैंटेड काम और पाँच‑सौ पर्सनल बेस्ट 5‑विकेट्स की बॉलिंग भी इंग्लैंड को उलझन में डाल गई। भारत ने 448/7 पर घोषणा कर दी, जबकि इंग्लैंड केवल 210 पर पूरे हुए, जिससे भारत ने दूसरे इनिंग में लगभग 235 रन की लीड ले ली।
दूसरी स्टेज पर इंग्लैंड ने प्रतिरोध दिखाने की कोशिश की, पर जडेजा और बॉयडिक हॉल की तेज़ बॉलिंग ने उन्हें 180 के आसपास ही रोक दिया। अंत में भारत ने 12 अंक लेकर जीत हासिल की, और WTC‑27 के पॉइंट तालिका में उनका स्थान अचानक आकाश छूने लगा।
इंडिया की टॉप प्रदर्शन की कहानियां
द अवल में जीत से पहले भारत ने अहमदाबाद में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ एक शानदार जीत दर्ज की थी – 1‑इंनिंग और 140 रन से बड़े अंतर से मैच समाप्त हुआ। उस मैच में भी राविंद्र जडेजा ने 104* बनाकर कहानी को अपने पक्ष में मोड़ दिया। उन्होंने 4 विकेट भी लिये, और यह उनका 50वाँ घर का टेस्ट था, जो उन्होंने अपने करीबी साथी रविचंद्रन अश्विन के बिना खेला – अश्विन ने दिसंबर 2024 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।
उसी मैच में खुले हुए केएल राहुल ने 100 रन और ध्रुव जुरेल ने 125 रन बनाए, जिससे भारत का प्रथम इनिंग 448 पर समाप्त हुआ। वेस्टइंडीज़ की दोनों इनिंग्स 162 और 146 पर समाप्त हुईं, और भारत ने उस सीज़न में अपने पॉइंट प्रतिशत को 66.67 % तक बढ़ा दिया।
इन सफलताओं ने भारत को महसूस कराया कि उनके पास नई पीढ़ी की लम्बी अवधि का बैटिंग‑बॉलिंग मिश्रण है, जो आने वाले वर्षों में WTC‑27 की फाइनल तक पहुँचने में मदद करेगा।
क्लिची पॉइंट्स: अंक तालिका में बदलाव
- भारत: 28 अंक, 46.67 % पॉइंट प्रतिशत – तीर्थ स्थान पर
- इंग्लैंड: 26 अंक, 43.33 % – दो‑अंक की स्लो‑ओवर रेट दंड के कारण चार‑पहले स्थान पर गिरा
- ऑस्ट्रेलिया: 36 अंक, 100 % – तीन‑जैते से टेबल का शीर्ष
- श्रीलंका: 16 अंक, 66.67 % – दो मैचों में एक जीत, एक ड्रॉ
- बांग्लादेश: 4 अंक, 16.67 % – पाँचवें स्थान पर
वर्तमान में वेस्टइंडीज़, दक्षिण अफ्रीका, न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान अभी तक कोई मैच नहीं खेल पाए हैं, इसलिए उनका पॉइंट प्रतिशत 0 % पर बना हुआ है। जैसे ही ये टीमें अपनी क्रमिक टेस्ट खेलेंगी, तालिका की धारा जल्दी‑जल्दी बदल सकती है।
भविष्य की सम्भावनाएं और अगले चरण
अब सवाल है – कौन‑से दो टीमें लॉर्ड्स में फाइनल तक पहुंचेंगी? ऑस्ट्रेलिया का पूर्ण स्कोर कहा जाता है, लेकिन उनका अगला मैच अभी तय नहीं हुआ। दूसरी ओर, श्रीलंका और भारत के बीच अंक‑परिदृश्य धुंधला है; अगर भारत जारी रखता है, तो वह सीधे फाइनल में जगह बना सकता है। इंग्लैंड के लिए यह एक बड़ा जूस्वाल खेल बना है: उन्हें अपनी स्लो‑ओवर रेट को ठीक कर आगे के मैचों में अतिरिक्त अंक जुटाने होंगे।
एक बात तो तय है – इस सीज़न में हर ओवर, हर विकेट और हर अंक का वजन पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगला टेस्ट सीज़न अधिक प्रतिस्पर्धी होगा, और भारत के युवा खिलाड़ियों को इस दबाव में प्रदर्शन के लिए तैयार रहना होगा।

Frequently Asked Questions
इंडिया की इस जीत से कौन‑से खिलाड़ी सबसे अधिक लाभान्वित हुए?
राविंद्र जडेजा का दो‑गुना योगदान – 104* बैटिंग और 5‑विकेट्स बॉलिंग ने टीम को जीत दिलाई। केएल राहुल और ध्रुव जुरेल ने क्रमशः 100 और 125 रन बना कर टॉप ऑर्डर को मजबूत किया, जिससे भारत का कुल स्कोर 448 पर पहुंच गया।
इंग्लैंड को दो‑अंक की दंड क्यों मिली?
लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड ने ओवर‑रेट को 3.5 ओवर प्रति घंटे से नीचे गिरा दिया था। WTC‑27 की नियमावली के अनुसार, प्रत्येक कमी वाले ओवर के लिये एक अंक की कटौती होती है, इसलिए उन्हें दो अंक घटे।
आगामी WTC‑27 फाइनल में कौन‑से दो टीमें संभावित हैं?
ऑस्ट्रेलिया का पॉइंट प्रतिशत 100 % है, इसलिए उनका फाइनल में जगह पक्का है। दूसरा स्थान अभी भी खुला है – अगर भारत अपनी जीत जारी रखे तो वह सीधे फाइनल में पहुँच सकता है, अन्यथा श्रीलंका को मौका मिल सकता है।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में पॉइंट सिस्टम कैसे काम करता है?
हर जीत को 12 अंक, ड्रॉ को 4 अंक, टाई को 6 अंक और हार को 0 अंक मिलते हैं। टीमें अपने कुल अर्जित अंकों को कुल उपलब्ध अंकों से भाग देकर पॉइंट प्रतिशत प्राप्त करती हैं। ओवर‑रेट में कमी पर एक‑एक अंक की कटौती अतिरिक्त दंड है।
रविचंद्रन अश्विन के बिना जडेजा की भूमिका कैसे बदली?
अश्विन के संन्यास के बाद जडेजा को टीम में सिंगल‑स्पिन हेड के तौर पर ज़्यादा ओवर करना पड़ा। यह नई ज़िम्मेदारी उन्हें बैटिंग में भी आत्मविश्वासी बनाती है, जैसा कि द अवल में उनके 104* से स्पष्ट है।
टिप्पणि
Subhashree Das
इंडिया की जीत को आँकड़ों में शॉर्टकट बनाकर पेश किया गया है, जबकि असली मुद्दा यह है कि पिच की तैयारियों में किसकी हेस्ट्री अधिक थी। इस जीत के पीछे की रणनीति में छिपी हुई वैरिसिटी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। टेबल में पॉइंट प्रतिशत बदलना सिर्फ एक सांख्यिकीय खेल है, जो दीर्घकालिक अस्थिरता की आवाज़ को दबा देता है।
अक्तूबर 5, 2025 AT 04:35