अरविंद केजरीवाल की स्वास्थ्य स्थिति पर तिहाड़ जेल अधिकारियों का बयान: वजन घटने के बावजूद हालत स्थिर

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के द्वारा प्रकाशित किया गया राजेश मालवीय साथ 0 टिप्पणियाँ)

अरविंद केजरीवाल की स्वास्थ्य स्थिति पर तिहाड़ जेल अधिकारियों का बयान: वजन घटने के बावजूद हालत स्थिर

अरविंद केजरीवाल की स्वास्थ्य स्थिति पर तिहाड़ जेल अधिकारियों का बयान

तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने 15 जुलाई 2024 को एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर बनी हुई है, भले ही उनका वजन कुछ कम हो गया है। केजरीवाल जून 2 से न्यायिक हिरासत में हैं और इस समय जेल में रहते हुए उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि केजरीवाल के महत्वपूर्ण स्वास्थ संबंधी जाँचें नियमित रूप से हो रही हैं। केजरीवाल का वजन 63.5 किलोग्राम से घटकर 61.5 किलोग्राम हो गया है, लेकिन इससे उनकी सेहत पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है। जेल में उनके स्वास्थ्य की नियमित जाँच की जा रही है और उन्हें पेशेवर डॉक्टरों की देखरेख में रखा जा रहा है।

आम आदमी पार्टी (AAP) के आरोप

आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा किए गए दावों का खंडन करते हुए, जेल अधिकारियों ने कहा है कि ये दावे भ्रामक हैं और उनका मकसद जेल प्रशासन को नीचा दिखाना है। AAP के दिल्ली के कैबिनेट मंत्री आतिशी ने कहा था कि केजरीवाल की शुगर लेवल पांच बार 50 mg/dL से नीचे गिर गई है, जो कि एक चिंताजनक स्थिति है। AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी आरोप लगाया कि केजरीवाल का वजन 8.5 किलोग्राम कम हो गया है और उनकी शुगर लेवल पांच बार 50 mg/dL से नीचे गई है।

वहीं, तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि केजरीवाल का वजन सिर्फ 2 किलोग्राम कम हुआ है, और ध्यान देने योग्य यह है कि यह कमी कोई असामान्य नहीं है। उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही है और उन्हें डॉक्टर द्वारा सुझाई गई डाइट दी जा रही है, जिसमें कोर्ट के आदेशानुसार घर का खाना भी शामिल है।

केजरीवाल की चिकित्सा निगरानी

जेल प्रशासन के अनुसार, अरविंद केजरीवाल की हर रोज़ स्वास्थ्य जाँच की जा रही है। उनके रक्तचाप, शुगर लेवल और अन्य आवश्यक चिकित्सकीय मापदंडों की जाँच की जाती है, ताकि उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर नजर रखी जा सके। जेल में उनके स्वास्थ्य की देखभाल के लिए लगाए गए डॉक्टर पूरी तरह से संतुष्ट हैं कि उनकी स्थिति नियंत्रण में है और उन्हें किसी भी तरह की अत्यावश्यक चिकित्सा सहायता की आवश्यकता नहीं है।

इसके अलावा, केजरीवाल को जेल में सिर्फ जेल का खाना ही नहीं, बल्कि कोर्ट के आदेशानुसार उन्हें घर का भोजन भी उपलब्ध करवाया जा रहा है ताकि उनकी सुरक्षा और सेहत को ध्यान में रखा जा सके।

यह मामला तब और गंभीर हो गया जब AAP के नेताओं ने कहा कि केजरीवाल की सेहत खराब हो रही है और जेल प्रशासन इसे नजरअंदाज कर रहा है। यह एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मसला भी बन गया है, जहां एक ओर जेल प्रशासन का कहना है कि केजरीवाल की सेहत पूरी तरह से नियंत्रण में है, वहीं दूसरी ओर AAP का दावा है कि उनकी सेहत बिगड़ रही है और जेल प्रशासन इसे लेकर गंभीर नहीं है।

राजनीतिक दृष्टिकोण

यह घटना न केवल एक स्वास्थ्य मुद्दा है, बल्कि एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा भी बन गई है। AAP के नेताओं ने इसे राजनीति से जोड़ते हुए कई बयान दिए हैं, जो इस मुद्दे को और भी गंभीर बना रहे हैं। जेल प्रशासन और AAP के बीच यह आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है और इसका नतीजा क्या होगा, यह देखना दिलचस्प होगा।

तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा जारी इस बयान के बाद अब यह देखना बाकी है कि AAP इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है। लेकिन इतना तय है कि यह मामला अब राजनीतिक मुद्दा बन गया है और इसकी गूंज दिल्ली और देश की सियासत में लंबे समय तक सुनाई दे सकती है।

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